भाजपा का अवैध-फर्जी वोटों के खिलाफ अभियान जारी: वीरेंद्र सचदेवा ने चुनाव आयोग से की शिकायत, पेश किए 5,000 पन्नों के सबूत

दिल्ली में भाजपा ने अवैध और फर्जी वोटर्स  के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है। वीरेंद्र सचदेवा ने 5000 पन्नों के सबूत के साथ चुनाव आयोग से शिकायत की है। 

Updated On 2024-12-14 11:04:00 IST
वीरेंद्र सचदेवा ने चुनाव आयोग से की शिकायत।

Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली आगामी चुनाव को लेकर भाजपा पहले ही कह चुकी है कि वो दिल्ली में अवैध वोटिंग नहीं होने देगी। इसके लिए एलजी वीके सक्सेना ने दिल्ली में मौजूद अवैध घुसपैठियों की जांक के आदेश दे दिए हैं। दिल्ली पुलिस अभियान चलाकर घुसपैठियों की जांच कर रही है। इसी कड़ी में दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने चुनाव आयोग में 5000 पन्नों की शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में उन्होंने मतदाता सूची में मौजूद अवैध घुसपैठियों, फर्जी पते वाले लोगों और डुप्लीकेट डेटा की शिकायत की है। 

चुनाव आयोग से भाजपा की मांग

दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ ही दो अन्य चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की। उन्होंने मतदाता सूची में लाखों अवैध घुसपैठियों, फर्जी पते वाले लोगों और मृत लोगों के नाम शामिल हैं। दिल्ली भाजपा की तरफ से इसका विरोध जताते हुए मामला दर्ज कराया गया है। वहीं ये मांग की गई है कि चुनाव आयोग प्राथमिकता से इन शिकायतों को हल करें, ताकि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में किसी तरह की घपले बाजी न हो सके और चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से हो सकें। 

क्या बोले वीरेंद्र सचदेवा?

इस मामले को लेकर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि चुनाव आयोग के अगस्त 2024 के एक सर्कुलर के आधार पर भाजपा कार्यकर्ता दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों में जांच कर रहे हैं। इस बीच पता चला है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी मतदाता पंजीकृत हैं। इसके साथ ही मतदाता सूची में डुप्लीकेट, फर्जी पते वाले मतदाता और मृत मतदाता भी शामिल हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि अवैध मतदाताओं और नकली मतदान के खिलाफ रेडियो और मीडिया के जरिए अभियान चलाया जाए। 

बांसुरी स्वराज ने पेश की लिस्ट

बता दें कि लोकसभा सांसद बांसुरी स्वराज ने चुनाव आयोग के साम एक लिस्ट पेश की। कहा जा रहा है कि इस लिस्ट में रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के पंजीकरण के 18 मजबूत सबूत हैं। बांसुरी स्वराज ने बताया कि कैसे एक ही परिवार के व्यक्ति कई निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में अलग-अलग EPIC नंबरों के साथ रजिस्टर हैं। उन्होंने कहा कि बीएलओ अपने काम को सही से नहीं कर पाए। 

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