Illegal Bangladeshis: दिल्ली पुलिस ने चार बांग्लादेशियों को किया गिरफ्तार, गश्त के दौरान लगे संदिग्ध
Illegal Bangladeshis: साउथ दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से दिल्ली में रह रहे चार बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया। साथ ही उन्हें डिपोर्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
Illegal Bangladeshis: दिल्ली के साउथ वेस्ट जिले की वसंत विहार पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे चार बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये एक बांग्लादेशी परिवार है, जिसमें एक बुजुर्ग दंपत्ति और उनके दो युवा बेटे हैं। इन लोगों के पास वैध वीजा या परमिट नहीं था और इसके बावजूद ये काफी दिनों से दिल्ली में छिपकर रह रहे थे।
गश्त के दौरान दिखे संदिग्ध
इस मामले में साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत वसंत विहार थाने की एक विशेष टीम ने गश्त के दौरान तीन पुरुषों और एक महिला को देखा, जो थोड़े संदिग्ध लगे। पुलिस ने उन्हें रुकने के लिए कहा, तो वे भागने लगे। पुलिस ने तत्परता से उन्हें पकड़ लिया और उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में उन्होंने बांग्लादेशी होने की बात कबूली।
बांग्लादेशियों की पहचान
पकड़े गए लोगों की पहचान 80 वर्षीय जुहूर अली, 47 वर्षीय आसिया बेगम, 30 वर्षीय आसदुल, 19 वर्षीय आरिफ के रूप में हुई है। पूछताछ में इन्होंने बताया कि ये लोग बांग्लादेश के कुडीग्राम जिले के मंगमोर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले फूलवाडी गांव के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार, जुहूर अली और आसिया के पास से बांग्लादेशी पहचान दस्तावेज मिले, जिससे ये साफ हो गया कि ये लोग बांग्लादेशी हैं। इसके बाद पुलिस ने इन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
भेजे गए इंद्रलोक डिटेंशन सेंटर
पुलिस ने चारों को सेंट जॉन्स अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा। इसके बाद फॉरेनर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस और बांग्लादेशी सेल की मदद से उन्हें वापस बांग्लादेश भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। चारों घुसपैठियों को इंद्रलोक डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया।
ऑपरेशन फेसवॉश
बता दें कि इससे पहले पुलिस ने ऑपरेशन फेसवॉश के तहत 6 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया था, जो दिल्ली में किन्नरों का वेश बदलकर रह रहे थे। पुलिस ने उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। साथ ही दिल्ली में वेश बदलकर रहने वाले ऐसे अन्य बांग्लादेशियों की पहचान के लिए भी जांच शुरू कर दी है।