Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की बड़ी बाधा दूर, वडोदरा तक के सफर में बचेंगे 12 घंटे

Delhi Mumbai Expressway Current Status- फिलहाल दिल्ली से वडोदरा का सफर लगभग 22 घंटे में पूरा होता है, लेकिन अब इसका समाधान होने जा रहा है। अब इस बड़ी बाधा के दूर होने से यात्रा के समय में 12 घंटे तक की कमी आएगी।

Updated On 2025-05-26 10:53:00 IST

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की बड़ी बाधा दूर। 

Delhi Mumbai Expressway Current Status: पीएम मोदी की सरकार भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है। इनमें से एक योजना है, देश में सड़कों पर सफर को आसान और सुविधाजनक बनाना। इसके लिए देशभर में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी जोर-शोर से चल रहा है। खास बात है कि इस एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी बाधाओं में से एक पार हो गई है। बताया जा रहा है कि अरावली पहाड़ियों पर बनाई जा रही टनल का काम लगभग पूरा हो चुका है। इस टनल के शुरू होने से वडोदरा तक के सफर में 12 घंटे बचेंगे, जबकि अभी 20 से 22 घंटे का समय लगता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरता है। दौसा जिले से कोटा जिले के बीच सड़क बनाई जा रही है। यहां अरावली की पहाड़ियों में मुकंदरा हिल्स नाम से पहाड़ी है, जहां आने-जाने के लिए टनल बनाई जा रही है। दो लेने की इस सुरंग की कुल लंबाई 4 किलोमीटर है। एक सड़क का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि दूसरी सड़क का काम अंतिम चरण में चल रहा है। निर्माण एजेंसी ने इस कार्य को पूरा करने के लिए दिसंबर 2025 की डेडलाइन रखी है, लेकिन इसी रफ्तार से कार्य चलता रहा तो इसे अक्टूबर-नवंबर तक खोला जा सकता है।

दिल्ली से वडोदरा तक का सफर होगा आसान

हरियाणा के गुरुग्राम से गुजरात के वडोदरा तक पहुंचने में करीब 22 घंटे का समय लगता है। इस टनल के पूरा होने के बाद यह सफर 10 घंटे में पूरा हो पाएगा। एक्सप्रेसवे के इस हिस्से को बनाने के लिए एक लाख करोड़ का बजट तय है। कच्चे पत्थर और पानी की मौजूदगी के कारण टनल के निर्माण में दिक्कत आ रही थी, लेकिन अब यह कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, लिहाजा अब पहले के मुकाबले दोगुनी रफ्तार से कार्य चल पाएगा।

मानसून लेगा इस टनल की परीक्षा?

मानसून की बारिश जहां अच्छे से अच्छे फ्लाईओवर को गिरा देती है, वहीं बड़े से बड़े पुल भी निर्माण की गुणवत्ता की पोल खोल देते हैं। ऐसे में अगर मानसून से पहले भी यह कार्य पूरा हो गया, तो भी इस टनल को मानसून की अग्नि परीक्षा पास करनी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स में एक अधिकारी ने बताया कि इस टनल का निर्माण कार्य जनवरी 2024 तक पूरा करना था, लेकिन निर्माण एजेंसी ने सुरक्षा को प्राथमिकता देकर कार्य पूरा किया है। ऐसे में निर्माण एजेंसी भी पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही इस टनल को खोलने की अनुमति देगी।

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