भारत-पाक तनाव: MEA ने PAK के साथ सीजफायर पर ट्रंप के दावे को किया खारिज, प्रवक्ता ने कहा- बातचीत में नहीं उठा व्यापार का मुद्दा
Randhir Jaiswal official spokesperson MEA
India-Pakistan Ceasefire: भारत ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे का खंडन किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए मजबूर किया है, क्योंकि उन्होंने धमकी दी थी कि अगर वे स्थिति को और खराब करते रहे, तो वे उनके साथ व्यापार नहीं करेंगे। मंगलवार (13 मई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में अमेरिका के साथ चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "CCS (सुरक्षा पर कैबिनेट समिति) के फैसले के बाद सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया गया है। मैं आपको थोड़ा पीछे ले जाना चाहूंगा। सिंधु जल संधि सद्भावना और मित्रता की भावना से संपन्न हुई थी, जैसा कि संधि की प्रस्तावना में निर्दिष्ट है। हालांकि, पाकिस्तान ने कई दशकों से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर इन सिद्धांतों को स्थगित रखा है। अब CCS के फैसले के अनुसार, भारत संधि को तब तक स्थगित रखेगा, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के लिए अपने समर्थन को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं देता। कृपया ध्यान दें कि जलवायु परिवर्तन, जनसांख्यिकीय बदलाव और तकनीकी परिवर्तनों ने जमीन पर भी नई वास्तविकताओं को जन्म दिया है।
अमेरिकी नेताओं से सैन्य हालात पर ही चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्यापार पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने पर सहमति बनने तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच उभरते सैन्य हालात पर बातचीत हुई। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
हमारी घोषित नीति में बदलाव नहीं
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमारा लंबे समय से राष्ट्रीय रुख रहा है कि जम्मू-कश्मीर से संबंधित किसी भी मुद्दे को भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से सुलझाना होगा। इस घोषित नीति में कोई बदलाव नहीं आया है।
आतंकवाद के दुष्परिणामों से नहीं बच सकता पाक
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के बयान पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमने पाकिस्तानी पक्ष द्वारा दिया गया बयान देखा है। जिस देश ने औद्योगिक स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, उसका यह सोचना कि वह इसके परिणामों से बच सकता है, खुद को मूर्ख बनाना है...पाकिस्तान जितनी जल्दी इसे समझ लेगा, उतना ही बेहतर होगा।
जीत का दावा करना उनकी पुरानी आदत
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के विदेशी मीडिया को दिए इंटरव्यू पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, जीत का दावा करना उनकी पुरानी आदत है, उन्होंने 1971, 1975 और 1999 के कारगिल युद्ध में भी यही राग गाया। पाकिस्तान का ये पुराना रवैया है। परास्त हो जाओ, लेकिन ढोल बजाओ।