Lemon Side Effects: 4 हेल्थ कंडीशन में नहीं खाना चाहिए नींबू, फायदे की जगह हो सकता है नुकसान

Lemon Side Effects: नींबू सेहत के लिए बेहद गुणकारी होता है, लेकिन कुछ मामलों में इसका सेवन फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता सकता है।

Updated On 2025-09-19 16:23:00 IST

नींबू खाने के साइड इफेक्ट्स।

Lemon Side Effects: नींबू को अक्सर हेल्दी फूड की लिस्ट में सबसे ऊपर रखा जाता है। यह विटामिन सी से भरपूर होता है, पाचन को सुधारता है, वजन घटाने में मदद करता है और स्किन के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। हालांकि, कुछ हेल्थ कंडीशंस में नींबू का सेवन फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में सही जानकारी होने पर ही इसका सेवन करना चाहिए।

नींबू का एसिडिक नेचर कुछ बीमारियों में शरीर को और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आप भी नींबू को रोज़ाना की डाइट में शामिल करते हैं, तो एक बार ये जानना जरूरी है कि किन हेल्थ कंडीशंस में इसका सेवन करना चाहिए।

4 हेल्थ कंडीशन में न खाएं नींबू

एसिडिटी या गैस्ट्रिक प्रॉब्लम: नींबू में साइट्रिक एसिड की मात्रा ज्यादा होती है, जो पहले से मौजूद गैस या एसिडिटी की समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकता है। जिन लोगों को पेट में जलन, खट्टी डकारें या गैस बनती है, उन्हें नींबू से परहेज़ करना चाहिए। यह आपके गैस्ट्रिक लाइनिंग को और अधिक इरिटेट कर सकता है, जिससे दर्द और जलन बढ़ जाती है।

माइग्रेन: नींबू और अन्य खट्टे फलों में टायरामीन कंपाउंड पाया जाता है, जो कुछ लोगों में माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है। यदि आप माइग्रेन के मरीज हैं और अक्सर सिरदर्द की शिकायत रहती है, तो नींबू का ज्यादा सेवन आपके दर्द को और बढ़ा सकता है। खासकर खाली पेट नींबू पानी पीने से माइग्रेन अटैक की आशंका बढ़ जाती है।

दांतों की सेंसिटिविटी: नींबू ज्यादा खाने पर दांतों के इनैमल को नुकसान पहुंच सकता है। इसमें मौजूद एसिड दांतों की ऊपरी परत को धीरे-धीरे घिस देता है, जिससे सेंसिटिविटी, दर्द और झनझनाहट की समस्या बढ़ जाती है। अगर आप पहले से ही दांतों की सेंसिटिविटी से परेशान हैं, तो नींबू और नींबू वाले ड्रिंक्स से दूरी बनाए रखना बेहतर है।

किडनी स्टोन: नींबू में साइट्रेट होता है जो कुछ प्रकार की पथरी से बचाता है, लेकिन अगर आपकी पथरी ऑक्सलेट प्रकार की है, तो नींबू या नींबू का रस आपकी किडनी पर और दबाव डाल सकता है। कुछ लोगों में नींबू के अधिक सेवन से ऑक्सलेट स्तर बढ़ सकता है, जिससे स्टोन दोबारा बनने का खतरा होता है। इसलिए डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो इसे सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें और हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए [haribhoomi.com] के साथ।

Tags:    

Similar News