Health Tips: नॉन-वेज के शौकीन हैं, सेहत के लिए सही या गलत?
Health Tips: नॉन-वेज खाना स्वादिष्ट जरूर है, लेकिन क्या यह सेहत के लिए सही है? इसके फायदे और नुकसान से जुड़ी जरूरी लेना बेहद जरूरी है।
सेहत के लिए नॉन वेज खाना कितना सही (Image: Grok)
भारतीय थाली में जहां एक ओर दाल, रोटी और सब्जियों की अहमियत है, वहीं दूसरी ओर नॉन-वेज खाने वालों के लिए मटन, चिकन और अंडा किसी स्वाद से कम नहीं। रविवार की दोपहर हो या किसी खास मौके की दावत, नॉन-वेज का नाम आते ही मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन क्या यह स्वाद से भरपूर आदत आपकी सेहत के लिए अच्छी है? क्या रोज मांसाहारी भोजन करना फायदा देने की जगह नुकसान दे सकता है?
नॉन-वेज से मिलने वाले पोषक तत्व
नॉन-वेज फूड, जैसे कि अंडा, मछली, चिकन और मटन, शरीर को प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत देते हैं। इनमें विटामिन B12, आयरन, जिंक और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये पोषक तत्व न केवल मांसपेशियों को मजबूत रखते हैं, बल्कि दिमाग, आंखों और स्किन के लिए भी जरूरी होते हैं।
इम्यून सिस्टम को करता है मजबूत
नॉन-वेज में मौजूद प्रोटीन और जरूरी फैटी एसिड शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने में मदद करते हैं। खासकर मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय की सेहत के लिए लाभकारी होता है।
मांसाहार के नुकसान
जहां नॉन-वेज कई पोषक तत्व देता है, वहीं अधिक मात्रा में इसका सेवन शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। अधिक तेल में तला हुआ मटन या रेड मीट खाने से कोलेस्ट्रॉल और फैट बढ़ सकता है, जिससे हार्ट प्रॉब्लम्स, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कैंसर और दिल की बीमारियों का खतरा
रेड मीट (जैसे मटन, बीफ) का अधिक सेवन करने वालों में कोलन कैंसर और हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है। WHO के मुताबिक, प्रोसेस्ड मीट जैसे सॉसेज, बेकन आदि को नियमित रूप से खाना नुकसानदेह हो सकता है।
साफ-सफाई और कुकिंग का रखें ध्यान
नॉन-वेज खाने में ध्यान रखना जरूरी है कि वह अच्छी तरह पका हो और साफ-सुथरी जगह से आया हो। अधपका या खराब मांस खाना पेट संक्रमण, फूड पॉइज़निंग और आंतों की समस्याओं का कारण बन सकता है।
कितनी मात्रा में खाना है सही?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सप्ताह में 1 बार मछली या चिकन जैसी हेल्दी नॉन-वेज आइटम्स का सेवन किया जा सकता है। रेड मीट या फ्राईड आइटम्स को सीमित मात्रा में लेना ही फायदेमंद है।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जन जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई किसी भी जानकारी, सलाह या सुझाव का उपयोग करने से पहले कृपया किसी योग्य चिकित्सक, न्यूट्रिशनिस्ट या संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।