Parenting Tips: पैरेंटिंग के 5 गोल्डन रुल करें फॉलो, बच्चा बनेगा बेहतर इंसान, हर कदम पर मिलेगी सफलता!

Parenting Tips: हर मां-बाप का सपना होता है कि बच्चे जिंदगी में बेहतर इंसान बनें और सफलता उनके कदम चूमें। इसके लिए पैरेंटिंग के कुछ गोल्डन रुल काम आ सकते हैं।

Updated On 2024-03-01 17:26:00 IST
बच्चे को बेहतर इंसान बनाने के लिए पैरेंटिंग टिप्स।

Parenting Tips: अच्छी परवरिश बच्चों को दुनिया में बेहतर इंसान बनने का रास्ता खोलती है। हर मां-बाप चाहते हैं उनके बच्चों को अच्छी से अच्छी परवरिश मिले जिसे उन्हें जिंदगी में हर कदम पर सफलता हासिल हो। इसके लिए पैरेंट्स दिन-रात काम बच्चों की बेहतरी के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं। बच्चों का भविष्य संवर सके इसके लिए इफेक्टिव पैरेंटिंग बेहद जरूरी है। 

आज हम आपको पैरेंटिंग के कुछ गोल्डन रुल्स बताएंगे जिन्हें फॉलो कर आप बच्चों को ग्रोथ करने का एक बेहतर वातावरण दे सकते हैं। बच्चों को अच्छी पैरेंटिंग के चलते मिले संस्कार उनके जिंदगीभर काम आएंगे। 

पैरेंट्स 5 बातों का रखें ध्यान

सेल्फ कॉन्फिडेंस - बच्चों के भीतर दुनिया से संघर्ष करने का माद्दा पैदा करना है तो जरूरी है कि उनका आत्मविश्वास ऊंचा रहे। इसके लिए कई पैरेंट्स बच्चों के प्रति काफी सख्त हो जाते हैं। बच्चे पर नाराज होने, डांटने या गुस्से से उनमें सुधार आने के बजाय उनका सेल्फ कॉन्फिडेंस डाउन होता है। ऐसे में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उनके प्रति नरम और प्यारभरा रवैया रखें। 

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बच्चे की अच्छी बातें नोटिस करें - हर बच्चा चाहता है कि उसे मां-बाप से सराहना मिले। आप अगर बच्चे की बार-बार गलतियां बताएंगे तो उसमें निराशा पैदा होने लगेगी। बच्चों की गलतियां नोट करने के बजाय उसकी अच्छी बातों को देखें और उसकी तारीफ करें। बच्चे को अच्छे काम पर तारीफ मिलने से धीरे-धीरे उसकी आदतों में सुधार आने लगता है और वो ज्यादा आज्ञाकारी हो जाता है। 

अनुशासन - हर पैरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा अनुशासित रहे। ध्यान रखें कि अनुशासन का बच्चे में आना कोई एक दिन या एक महीने की बात नहीं है। ये एक सतत प्रक्रिया है जो बच्चे को सीखने में सालों लगते हैं। समय के साथ बच्चे को धीरे-धीरे अनुशासन का पाठ सिखाएं। बच्चे को डांटने के बजाय प्यार से समझाने पर वो अनुशासन के मायने बेहतर तरीके से सीखेगा। 

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रोल मॉडल बनें - हर बच्चे के लिए उसके माता-पिता रोल मॉडल होते हैं। बच्चा अपने पैरेंट्स को सबसे अच्छा समझता है। ऐसे में ये पैरेंट्स की जिम्मेदारी बन जाती है कि बच्चे के सामने आदर्श प्रस्तुत करें और उसके रोल मॉडल बनें। बच्चे के सामने कोई भी गलत काम न करें। गलती हो जाए तो बच्चे के सामने उसकी माफी मांगें। इससे बच्चे को जीवन में सॉरी का महत्व भी समझ आएगा। 

कम्यूनिकेशन - बच्चे को कम्यूनिकेशन स्किल सिखाना बेहद जरूरी है। इसके लिए खुद मां-बाप बच्चे के सामने अच्छा संवाद करें। इसके साथ ही बच्चे से समय-समय पर कम्यूनिकेशन करते हुए उसे अच्छी चीजें सिखाएं और कम्यूनिकेशन स्किल का महत्व बताएं। बेहतर कम्यूनिकेशन स्किल बच्चे को जिंदगीभर काम आएगी

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