Ear Pain Remedies: तेज़ ठंड से कान में दर्द के साथ चमक चल रही है? इन 5 घरेलू उपायों से पाएं राहत!
Ear Pain Remedies: सर्दी के दिनों में कान में चमक के साथ दर्द उठने की शिकायत सामने आती है। ऐसे में कुछ घरेलू उपाय आज़माए जा सकते हैं।
Ear Pain Remedies: सर्दियों में ठंडी हवा सिर्फ त्वचा को ही नहीं, बल्कि कानों को भी बुरी तरह प्रभावित करती है। कई बार तेज़ ठंड में कान अचानक दर्द करने लगते हैं और उसके साथ आती है एक तरह की चमक या सुनसनाहट, जो दिनभर की रूटीन को प्रभावित कर देती है। यह समस्या बच्चों से लेकर बड़ों तक किसी को भी परेशान कर सकती है।
कान के दर्द के पीछे ठंडी हवा का लगना, कान में वैक्स जमा होना, हल्का-सा इंफेक्शन या सर्दी-जुकाम भी कारण हो सकता है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान घरेलू उपायों से इस दर्द और चमक दोनों को कम किया जा सकता है।
5 घरेलू उपायों से कान दर्द में मिलेगी राहत
गर्म तेल की कुछ बूंदें डालें: सरसों या नारियल का हल्का-सा गुनगुना तेल कान में डालना सर्दी के दर्द में काफी असरदार है। तेल कान के अंदर जमी मैल को मुलायम करता है और ठंड से आई सूजन को कम करता है। ध्यान रहे कि तेल बहुत अधिक गर्म न हो, सिर्फ थोड़ा गुनगुना ही होना चाहिए।
गर्म सेंक बेहद कारगर: कान पर हल्का-सा गर्म सेक लगाने से तुरंत आराम मिलता है। इसके लिए आप हीटिंग पैड, गर्म कपड़ा या गुनगुनी पट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। गर्माहट नसों को रिलैक्स करती है और दर्द के साथ होने वाली चमक भी कम हो जाती है।
लहसुन का तेल: लहसुन एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। दो लहसुन की कलियों को थोड़ा सरसों के तेल में गर्म कर लें और ठंडा होने पर कान के बाहर हल्का मसाज करें। इससे ठंड लगने से हुई जलन और दर्द में प्राकृतिक राहत मिलती है।
भाप लेना मददगार: सर्दी-जुकाम के कारण कान बंद हो रहे हों या दर्द बढ़ रहा हो, तो भाप लेना एक स्मार्ट उपाय है। भाप नाक और गले की नमी बढ़ाती है, जिससे कान के भीतर जमा बलगम या दबाव कम हो जाता है। इससे दर्द और चमक दोनों कम महसूस होते हैं।
अदरक का लेप: अदरक में मौजूद प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण कान दर्द में राहत देते हैं। थोड़ा अदरक पीसकर उसमें हल्का पानी मिलाएं और पेस्ट को कान के बाहर लगाएं। ध्यान रहे, पेस्ट कान के अंदर न जाए। 10-12 मिनट बाद यह दर्द की तीव्रता को कम कर देता है।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
यदि दर्द 2-3 दिनों से ज्यादा बना रहे, कान से पानी आए, तेज बुखार हो जाए या सुनने में परेशानी हो, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। लगातार दर्द किसी अंदरूनी इंफेक्शन का संकेत भी हो सकता है।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
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लेखक: (कीर्ति)