Health Tips: प्लास्टिक के टिफिन में खाने के नुकसान, इन बीमारियों का बना रहता है खतरा
Health Tips: प्लास्टिक टिफिन में खाना खाने से स्वास्थ्य पर पड़ सकते हैं गंभीर प्रभाव। जानें इसके नुकसान और बच्चों के लिए ये कितना खतरनाक।
प्लास्टिक टिफिन इस्तेमाल करने के नुकसान (Image: Grok)
Health Tips: ऑफिस, स्कूल या कॉलेज जाने वाले लोग प्लास्टिक के टिफिन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह रोजमर्रा की आदत आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी खतरनाक हो सकती है? अक्सर छोटे बच्चों के लिए भी यही टिफिन सबसे आसान विकल्प लगता है, लेकिन यह आसान विकल्प कभी-कभी हमारे शरीर के लिए बहुत बड़ा खतरा बन जाता है।
प्लास्टिक के टिफिन में खाना रखने से क्या होता है?
प्लास्टिक के टिफिन में खाने से जब भोजन गर्म या तेलीय होता है तो उसमें प्लास्टिक के रसायन मिल जाते हैं। यह रसायन धीरे-धीरे हमारे शरीर में जमा होने लगते हैं। लंबे समय तक इसका सेवन कई प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है। विशेषकर माइक्रोवेव में प्लास्टिक का इस्तेमाल करना या सूर्य की गर्मी में टिफिन रखना यह खतरा और बढ़ा देता है। जब यह रसायन हमारे खून में प्रवेश करते हैं, तो यह हमारे हार्मोन, लिवर और किडनी पर गहरा असर डाल सकते हैं।
बच्चों के लिए विशेष खतरा
बच्चे अक्सर हल्का या गर्म खाना अपने प्लास्टिक टिफिन में रखते हैं। उनकी प्रतिरोधक क्षमता अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुई होती, इसलिए यह रसायन उनके स्वास्थ्य पर जल्दी असर डाल सकते हैं।
- वजन कम होना या बढ़ना
- त्वचा पर एलर्जी
- पेट और पाचन से जुड़ी समस्याएं
- हार्मोन संबंधी समस्याएं
- बच्चों के लिए यह विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है क्योंकि उनका विकास प्रभावित हो सकता है।
कौन-कौन सी बीमारियां बढ़ती हैं?
कैंसर
प्लास्टिक में पाए जाने वाले केमिकल्स जैसे बिस्फेनॉल-ए (BPA) कैंसर की संभावना बढ़ा सकते हैं।
हार्मोनल असंतुलन
प्लास्टिक के रसायन शरीर के हार्मोन को प्रभावित कर सकते हैं। महिलाओं में मासिक धर्म और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन स्तर प्रभावित हो सकता है।
पाचन तंत्र की समस्याएं
प्लास्टिक के टिफिन में लंबे समय तक रखा भोजन पेट में गैस, एसिडिटी और अपच की समस्या बढ़ा सकता है।
किडनी और लिवर की कमजोरी
रासायनिक तत्व धीरे-धीरे लिवर और किडनी को नुकसान पहुँचाते हैं, जिससे इन अंगों की कार्यक्षमता कम हो जाती है।
त्वचा और एलर्जी
बच्चों और वयस्कों में त्वचा पर चकत्ते, खुजली और एलर्जी की समस्या बढ़ सकती है।
प्लास्टिक की जगह क्या इस्तेमाल करें
स्टील या कांच के टिफिन का इस्तेमाल करें
यह सबसे सुरक्षित विकल्प है। स्टील या कांच के बर्तन में खाना लंबे समय तक सुरक्षित रहता है और स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक असर नहीं डालता।
गर्म खाने को तुरंत परोसें
अगर प्लास्टिक का टिफिन ही इस्तेमाल करना पड़े, तो गर्म खाना तुरंत खाने की कोशिश करें। इसे लंबे समय तक रखने से रसायन मिलने का खतरा बढ़ जाता है।
सूरज की रोशनी और माइक्रोवेव से बचें
प्लास्टिक टिफिन को सीधी धूप या माइक्रोवेव में गर्म करने से बचें।
बच्चों के टिफिन पर विशेष ध्यान दें
बच्चों के लिए हमेशा BPA फ्री टिफिन का इस्तेमाल करें और उनका खाना ताजगी के साथ दें।
आजकल हम अपने काम और समय की वजह से छोटे-छोटे विकल्प चुनते हैं, लेकिन अगर यह विकल्प हमारी सेहत के लिए खतरा बन जाए, तो इसका मूल्य बहुत बड़ा हो जाता है। प्लास्टिक के टिफिन में खाना रखना एक आसान आदत लग सकती है, लेकिन यह धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए बेहतर है कि हम स्टील, कांच या बांस के टिफिन का इस्तेमाल करें और अपनी और अपने परिवार की सेहत की सुरक्षा करें।
(Disclaimer): यह जानकारी सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। इसमें दिए गए स्वास्थ्य संबंधी सुझाव किसी डॉक्टर या पेशेवर स्वास्थ्य सलाह का विकल्प नहीं हैं। यदि आपको किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है तो कृपया योग्य डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करें।
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