Home Remedies: बदलते मौसम में सर्दी-खांसी ने किया परेशान? ये घरेलू नुस्खे देंगे राहत

Home Remedies: बदलते मौसम में सर्दी-खांसी परेशान हो गए हैं और ये ठीक होने का नाम नहीं ले रही तो कुछ असरदार घरेलू नुस्खे आपको तुरंत राहत दे सकते हैं।

Updated On 2025-08-07 15:23:00 IST

सर्दी-खांसी से परेशान व्यक्ति (Image: Grok) 

जब मौसम करवट बदलता है, तो सिर्फ तापमान ही नहीं, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी चुनौती में आ जाती है। जिसके बाद छींकें, गले में खराश, खांसी और जुकाम होने लगता है। खासकर जब सुबह-सुबह हल्की ठंडी हवा और दिन में गर्मी हो, तो शरीर को समझ नहीं आता कि, ठंड का मौसम है या गर्मी का...

अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो डॉक्टर के पास भागने से बेहतर है कि पहले अपनी रसोई में झांका जाए, क्योंकि वहीं छिपे हैं वो रामबाण घरेलू नुस्खे, जो बिना साइड इफेक्ट के तुरंत राहत दे सकते हैं।

अदरक-शहद

अदरक को प्राचीन काल से आयुर्वेदिक औषधि माना गया है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गले की खराश और खांसी में राहत देते हैं। एक चम्मच अदरक का रस लेकर उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं। दिन में 2-3 बार सेवन करने से तुरंत फर्क महसूस होगा।

तुलसी का काढ़ा

तुलसी को "जड़ी-बूटियों की रानी" यूं ही नहीं कहा जाता। इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर उसमें काली मिर्च, अदरक और थोड़ा सा गुड़ मिलाकर काढ़ा तैयार करें। दिन में दो बार पीने से सर्दी-खांसी और बंद नाक में राहत मिलती है।

लहसुन

लहसुन शरीर को अंदर से गर्म करता है और इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। दो-तीन लहसुन की कलियों को घी में भूनकर खाने से भी खांसी में आराम मिलता है। चाहें तो लहसुन को सरसों के तेल में गर्म करके छाती पर हल्के हाथों से मालिश भी कर सकते हैं।

मसाला चाय

आप चाय के शौकीन हैं, तो इसे अपनी सेहत के लिए भी उपयोग करें। अदरक, तुलसी, काली मिर्च, दालचीनी और लौंग को सामान्य चाय में मिलाकर मसाला चाय बनाएं। यह न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि शरीर को राहत भी देती है।

भाप लेना

नाक बंद है या गले में दर्द है? तो भाप लेना सबसे आसान और असरदार तरीका है। गर्म पानी में विक्स या अजवाइन डालें और तौलिए से सिर ढककर भाप लें। यह नाक की जकड़न खोलता है और गले को भी राहत मिलती है।

सावधानी भी जरूरी

घरेलू नुस्खे कारगर तो हैं, लेकिन अगर सर्दी-खांसी तीन दिन से ज्यादा रहे या बुखार के साथ हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है। बच्चों और बुजुर्गों में खास ध्यान रखें।

बदलते मौसम में अगर थोड़ी समझदारी और घरेलू उपचारों का सहारा लिया जाए, तो बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है। अगली बार जब छींकें परेशान करें, तो रसायन नहीं, रसोई याद रखें, क्योंकि दादी-नानी के ये नुस्खे अब भी उतने ही असरदार हैं जितने पहले थे।

(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है, हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, अगर आपको बहुत ज्यादा सर्दी-जुकाम है तो डॉक्टर से बात करना न भूलें। 

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