Laziness After Sleeping: सोने के बाद भी सुस्ती महसूस होती है? इन 5 वजहों से हो सकता है ऐसा

laziness After Sleeping: कई लोगों को रातभर की नींद लेने के बाद भी सुस्ती का एहसास बना रहता है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है।

Updated On 2025-12-20 11:09:00 IST
सोने के बाद भी सुस्ती बनी रहने के संभावित कारण।

Laziness After Sleeping: कई लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि पूरी रात सोने के बाद भी सुबह उठते ही शरीर भारी लगता है, आंखें खुलने का मन नहीं करता और दिमाग सुस्त रहता है। अच्छी नींद के बाद भी अगर दिन की शुरुआत थकान और आलस से हो, तो यह सामान्य बात नहीं मानी जाती। इसका असर पूरे दिन की लाइफस्टाइल पर पड़ता नज़र आता है।

दरअसल, नींद की घंटों की गिनती से ज्यादा जरूरी उसकी क्वालिटी होती है। गलत लाइफस्टाइल, खानपान और कुछ छुपी हुई आदतें ऐसी हैं, जो पूरी नींद के बावजूद शरीर को पूरा आराम नहीं लेने देतीं। आइए जानते हैं वो 5 बड़ी वजहें, जिनके कारण सोने के बाद भी सुस्ती बनी रहती है।

सोने के बाद भी सुस्ती होने के कारण

नींद की गुणवत्ता खराब होना: अगर आप देर रात तक मोबाइल, टीवी या लैपटॉप देखते हैं, तो नींद पूरी होने के बावजूद दिमाग को आराम नहीं मिल पाता। स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को प्रभावित करती है, जिससे नींद हल्की और बार-बार टूटने वाली हो जाती है। ऐसी नींद के बाद सुबह शरीर थका-थका महसूस करता है।

शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन): कम पानी पीना भी सुस्ती की बड़ी वजह बन सकता है। रातभर शरीर पानी खर्च करता रहता है और सुबह उठते ही अगर आप पानी नहीं पीते, तो दिमाग को ऑक्सीजन सप्लाई कम हो जाती है। इसका सीधा असर एनर्जी लेवल पर पड़ता है और आलस बना रहता है।

गलत खानपान और भारी डिनर: रात को बहुत ज्यादा तला-भुना, मीठा या भारी खाना पाचन तंत्र पर दबाव डालता है। इससे शरीर पूरी रात भोजन पचाने में लगा रहता है और सही से आराम नहीं कर पाता। नतीजा यह होता है कि सुबह उठते समय सुस्ती और थकान महसूस होती है।

तनाव और मानसिक थकान: मानसिक तनाव, चिंता और ओवरथिंकिंग भी नींद की दुश्मन है। भले ही आप 7-8 घंटे सो लें, लेकिन दिमाग लगातार एक्टिव रहता है। ऐसे में नींद के बाद भी फ्रेशनेस महसूस नहीं होती और दिनभर आलस बना रहता है।

विटामिन और मिनरल्स की कमी: शरीर में विटामिन B12, विटामिन D या आयरन की कमी होने पर भी नींद के बाद सुस्ती महसूस हो सकती है। ये पोषक तत्व शरीर को एनर्जी देने में अहम भूमिका निभाते हैं। इनकी कमी से कमजोरी, थकान और नींद के बाद भी भारीपन बना रहता है।

(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)

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