Black Circles:: आंखों के नीचे काले घेरे बन गए हैं? 5 घरेलू नुस्खे आज़माएं, चेहरे का ग्लो लौटेगा
Black Circles Under Eyes: आंखों के नीचे काले घेरे कई कारणों से हो सकते हैं। इससे चेहरे की सुंदरता खो जाती है। जानते हैं इन काले घरेों को हटाने के टिप्स।
आंखों के नीचे के काले घेरे दूर करने के टिप्स। (Image-AI)
Black Circles Under Eyes: आप चाहे जितने भी खूबसूरत हों, लेकिन अगर आंखों के नीचे काले घेरे आ जाएं तो सारी ब्यूटी खत्म सी हो जाती है। डार्क सर्कल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं और इसमें खराब लाइफस्टाइल, खान-पान के अलावा बीमारी भी वजह हो सकती है। यह समस्या थकावट और उम्र बढ़ने का संकेत भी देती है।
लोग डार्क सर्कल छिपाने के लिए कई महंगे प्रोडक्ट्स का सहारा लेते हैं। हालांकि, कुछ घरेलू उपायों की मदद से इस समस्या से नेचुरली छुटकारा पाया जा सकता है।
5 घरेलू उपायों से दूर होंगे काले घेरे
आलू का रस
आलू खाने में जितना स्वादिष्ट लगता है, स्किन के लिए भी उतना ही गुणकारी है। इसमें ब्लीचिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो कि स्किन रंगत को हल्का करती है। आलू के रस को लगाने से डार्क सर्कल में कमी आती है। एक चम्मच आलू का रस निकालें, उसमें कॉटन डुबोकर आंखों के नीचे 15 मिनट रखें। फिर ठंडे पानी से धो लें। यह उपाय सप्ताह में 3-4 बार करें।
खीरे के स्लाइस
पाचन को दुरुस्त करने वाला खीरा डार्क सर्कल भी खत्म करता है। खीरे की ठंडक त्वचा को आराम देती है और काले घेरे कम करने में मदद करती है। फ्रिज में रखे हुए खीरे के दो गोल स्लाइस काटें और उन्हें आंखों पर रखें। 15 मिनट बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें।
टी बैग्स थेरेपी
ग्रीन टी या ब्लैक टी के इस्तेमाल किए गए टी बैग्स आंखों के काले घेरे दूर कर सकते हैं। सबसे पहले टी बैग को फ्रिज में ठंडा करें। फिर उन्हें आंखों पर 10 मिनट रखें। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और टैनिन सूजन कम करते हैं और काले घेरे को हल्का करते हैं।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा में विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो स्किन को पोषण देते हैं। इसका नियमित इस्तेमाल डार्क सर्कल कम करता है। रात में सोने से पहले एलोवेरा जेल को आंखों के नीचे हल्के हाथों से लगाएं और बिना धोए छोड़ दें।
ठंडा दूध
ठंडा दूध स्किन हाइड्रेट करता है और टैनिंग हटाने में मदद करता है। इसके लिए कॉटन बॉल को ठंडे दूध में डुबोएं और 10 मिनट तक आंखों के नीचे रखें। फिर सादे पानी से धो लें। इसे सप्ताह में 2-3 बार आज़माएं।
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी विशेषज्ञ/डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)