Success Story: जेईई में 5,83,000 रैंक वाले हिमांशु थपलियाल कैसे बनें यूपीएससी इंजीनियरिंग टॉपर (AIR1), पढ़ें सक्सेस स्टोरी

Success Story: हिमांशु थपलियाल ने 2024 में यूपीएससी द्वारा आयोजित इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम रैंक हासिल की है।

Updated On 2024-12-17 16:50:00 IST
Himanshu Thapliyal

Success Story: हिमांशु थपलियाल ने 2024 में यूपीएससी द्वारा आयोजित इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम रैंक हासिल की है। थपलियाल एनआईटी-के के 2023 बैच के एम.टेक (नैनोटेक्नोलॉजी) के छात्र हैं। इससे पहले उन्हें JEE में 5,83,000 रैंक हासिल हुई थी। एक सामान्य परिवार में जन्मे हिमांशु ने इस उपलब्धि पर अपने माता- पिता और शिक्षकों को श्रेय दिया। 

उन्होंने NPSEI, पिथौरागढ़ से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में BTech किया और फिर GATE परीक्षा पास करके NITK के MTech नैनो टेक्नोलॉजी कार्यक्रम (2021–2023) में एडमिशन लिया।  हिमांशु कहते हैं, "शुरुआत में मुझे यह समझने में मुश्किल होती थी कि मुझे जीवन में क्या करना है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कर्नाटका ने मुझे वह एक्सपोजर, अच्छे दोस्त दी, जो मुझे आगे बढ़ने के लिए चाहिए था।"

उद्देश्य:
हिमांशु ने कहा कि AIR 1 केवल एक रैंक नहीं, बल्कि यह भारतीय टेलीकॉम सेवा में शामिल होने के लिए अवसर है। उन्होंने कहा कि, “इस रैंक के साथ, अब मैं अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता हूं। मैं समाज को हर संभव मदद करने का प्रयास करुंगा। 

सफलता का श्रेय
हिमांशु अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, लक्ष्मी और शंभू थपलियाल, अपने शिक्षकों और दोस्तों को दिया। हिमांशु ने NITK के मेटालर्जिकल और मटीरियल्स इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर S आनंदन और अपने करीबी दोस्तों का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।

छात्रों को सलाह:
हिमांशु ने सभी छात्रों को सफलता हासिल करने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि समय का सदप्रयोग करें। अनुशासन में रह कर तैयारी करें, सफलता जरूर मिलेगी।  

Similar News