MP पुलिस भर्ती में चौंकाने वाला खुलासा: 1000 से ज्यादा चयनित उम्मीदवारों ने नौकरी ठुकराई, जानें वजह
मध्य प्रदेश पुलिस की स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) में 1000 से अधिक चयनित उम्मीदवारों ने जॉइनिंग नहीं दी। जानिए क्यों उम्मीदवार जिला पुलिस बल को SAF के मुकाबले ज्यादा पसंद करते हैं।
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प्रशांत शुक्ला, भोपाल।
MP police recruitment: मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती में इस बार स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) के सैकड़ों पद खाली रह गए हैं। हाल ही में हुई पुलिस चयन भर्ती परीक्षा में कुल 6423 उम्मीदवारों का चयन हुआ था, जिसमें 5090 पुरुष और 1333 महिलाएं थीं। इनमें करीब 2600 पद SAF के लिए निर्धारित थे, जबकि बाकी जिला पुलिस बल और जीआरपी के लिए थे।
सिर्फ 1610 उम्मीदवारों ने ही अपनी ज्वाइनिंग दी
भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद SAF के लिए चयनित उम्मीदवारों में से सिर्फ 1610 ने ही अपनी ज्वाइनिंग दी। वहीं 1000 से अधिक चयनित अभ्यर्थियों ने SAF बटालियन में शामिल होने से इनकार कर दिया। वर्तमान में प्रदेश पुलिस में 1,26,000 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 23,000 SAF के अंतर्गत आते हैं।
SAF में ज्वाइन न करने की क्या है वजह?
अधिकारियों के अनुसार, SAF में जॉइनिंग से कतराने की एक बड़ी वजह सुविधाओं का अंतर है। जिला पुलिस बल के कर्मचारी परिवार के साथ रह सकते हैं, शिफ्ट ड्यूटी होती है और ड्यूटी खत्म होने के बाद वे घर लौट सकते हैं। इसके विपरीत, SAF कर्मियों को बटालियन लाइन में रहना पड़ता है, VIP मूवमेंट, प्राकृतिक आपदाओं, चुनाव ड्यूटी और अन्य राज्यों में भी तैनाती करनी पड़ती है। कई बार मंत्री-अफसरों के बंगले पर अर्दली की ड्यूटी भी लगाई जाती है, और बिना अनुमति बटालियन से बाहर जाने की इजाजत नहीं होती।
नाम न बताने की शर्त पर एक SAF जवान ने कहा कि वे भी फील्ड में काम करते हैं लेकिन उन्हें थानों में पदस्थ नहीं किया जाता, जिससे कई उम्मीदवार जिला पुलिस बल को प्राथमिकता देते हैं।
स्पेशल आर्म्ड फोर्स के महानिरीक्षक इरशाद वली के अनुसार, 1000 उम्मीदवारों ने अलग-अलग कारणों से ज्वाइन नहीं किया। कुछ का चयन अन्य सरकारी सेवाओं में हुआ, जबकि कई ने SAF में नौकरी करने से मना कर दिया। अब इन रिक्त पदों को भरने के लिए प्रतीक्षा सूची जारी होने का इंतजार है।