Velu Prabhakaran: फिल्ममेकर वेलु प्रभाकरन का 68 की उम्र में निधन; सामाजिक मुद्दों पर बनाते थे फिल्म
तमिल फिल्म निर्माता, अभिनेता और सिनेमैटोग्राफर वेलु प्रभाकरन का शुक्रवार को चेन्नई में 68 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे।
फिल्ममेकर वेलु प्रभाकरन का निधन
Velu Prabhakaran Death: तमिल फिल्म इंडस्ट्री के वरिष्ठ फिल्मकार, सिनेमैटोग्राफर और अभिनेता वेलु प्रभाकरन निधन हो गया है शुक्रवार को चेन्नई के एक निजी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। वह 68 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गुरुवार को उनकी टीम ने जानकारी दी थी कि वे गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती हैं और डॉक्टरों की लगातार निगरानी में हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उनके पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वे लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। उनका अंतिम संस्कार रविवार शाम को पोरूर श्मशान घाट में किया जाएगा। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर चेन्नई के वलासरवक्कम में रखा जाएगा।
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निधन की जानकारी
वेलु प्रभाकरण के निधन की पुष्टि शुक्रवार सुबह एक इंडस्ट्री ट्रैकर ने सोशल मीडिया पर की है। उन्होंने लिखा, "विवादास्पद विषयों पर फिल्में बनाने वाले तमिल फिल्म निर्देशक वेलु प्रभाकरन (68) का स्वास्थ्य संबंधित कारणों से निधन हो गया है। उन्होंने ‘नालया मानवन’, ‘कडवल्लु’, और ‘काधल कथा’ जैसी फिल्मों के जरिए नास्तिकता, जातिवाद और लैंगिकता जैसे मुद्दों को छुआ।”
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क्रांतिकारी फिल्मकार थे वेलु प्रभाकरन
वेलु प्रभाकरन ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में फिल्म इवर्गल विथ्यासमानवर्गल के सिनेमैटोग्राफर के रूप में की थी। इसके बाद 1989 में उन्होंने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा और नालया मानवन फिल्म बनाई। इसका सीक्वल अधिसय मानवन 1990 में रिलीज हुआ।
1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में उन्होंने एक्शन फिल्मों में भी हाथ आज़माया। सामाजिक मुद्दों और विवादास्पद विषयों को उठाने के लिए वे अक्सर चर्चा में रहते थे। 2004 में बनी उनकी फिल्म काधल अरंगम, जिसे 2009 में काधल कथा के नाम से रिलीज़ किया गया, सेंसर बोर्ड से विवादों में घिर गई थी। अभिनेता के रूप में उनकी अंतिम फिल्म गजानना (2025) थी।