'धर्मेंद्र के आखिरी दिन बेहद दर्दनाक थे': हेमा मालिनी का छलका दर्द, बताया क्यों फैंस को नहीं मिल पाई एक्टर की आखिरी झलक
धर्मेंद्र के निधन के कुछ दिन बाद हेमा मालिनी ने फिल्ममेकर हमद अल रेयामी से बातचीत में खुलासा किया कि अभिनेता के आखिरी दिन बेहद दर्दनाक और कठिन थे। फिल्ममेकर ने अपने सोशल मीडिया पर हेमा संग बातचीत का जिक्र किया।
अभिनेता धर्मेंद्र का 89 की उम्र में निधन हुआ। (Photo via Hema Malini X handle)
Dharmendra Death: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र इस दुनिया को अलविदा कह गए, जो हर भारतीय फैन के लिए किसी गहरे सदमे से कम नहीं है। 24 नवंबर को, अपने 90वें जन्मदिन से कुछ दिन पहले, उन्होंने मुंबई स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। उम्र से जुड़ी बीमारियों के चलते हुए उनके निधन ने परिवार, दोस्तों और करोड़ों प्रशंसकों के दिलों में गहरा खालीपन छोड़ दिया। अब फिल्ममेकर हमद अल रेयामी ने धर्मेंद्र की पत्नी और अभिनेत्री हेमा मालिनी से हुई अपनी भावनात्मक बातचीत साझा की है, जो सुपरस्टार के निधन के तीन दिन बाद हुई थी।
फिल्ममेकर ने हेमा मालिनी से मुलाकात का खुलासा किया
हमद ने बताया कि 30 सितंबर को वे आखिरी बार जूहू स्थित धर्मेंद्र के घर पर उनसे मिले थे। अभिनेता के निधन के तीन दिन बाद वह हेमा मालिनी से मिलने गए जहां उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की। इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने लिखा कि पहली बार उनके सामने बैठकर उन्हें लगा कि हेमा मालिनी अपने अंदर के टूटे हुए दर्द को जितना हो सके, छिपाने की कोशिश कर रही थीं।
पोस्ट के अनुसार, हेमा मालिनी ने उनसे कहा, “काश मैं उसी दिन फार्महाउस गई होती, जिस दिन दो महीने पहले धर्मेंद्र के साथ गई थी… शायद उन्हें एक बार और देखकर आती।” उन्होंने यह भी बताया कि वे अक्सर धर्मेंद्र से उनकी कविताएं और लेखन पब्लिश करवाने की बात करती थीं, लेकिन धर्मेंद्र कहते, “अभी नहीं… कुछ कविताएं और पूरी कर लूं, फिर।” मगर समय ने उन्हें मौका नहीं दिया।
हेमा ने दर्द भरी आवाज़ में कहा कि अब उनके पति की रचनाओं पर “अजनबी लोग किताबें लिखेंगे”, जबकि धर्मेंद्र अपने शब्दों को दुनिया तक पहुंचता हुआ देखने से पहले ही चले गए। उन्होंने यह भी अफसोस जताया कि उनके फैंस उन्हें अंतिम बार नहीं देख सके, क्योंकि धर्मेंद्र कभी खुद को कमजोर या बीमार हालत में दूसरों के सामने नहीं आने देते थे।
सबसे भावुक क्षण तब आया जब हेमा मालिनी ने कहा, “उनके आखिरी दिन बहुत कठिन थे… तकलीफ भरे… हम भी उन्हें उस हालत में देखने की हिम्मत मुश्किल से कर पा रहे थे। जो हुआ, वह एक तरह से दया ही थी।”
हमद ने बताया कि उन्होंने उनकी आंखों से आंसू पोंछे और बातचीत खत्म करते हुए कहा कि धर्मेंद्र के प्रति उनका प्रेम और सम्मान कभी कम नहीं होगा। जाते समय उन्होंने संकोच में एक तस्वीर लेने की इच्छा जताई, और हेमा मालिनी ने मुस्कुराकर वही गर्मजोशी दिखाई, जिसके लिए धर्मेंद्र भी हमेशा जाने जाते थे।