'भारतीय सिनेमा के एक युग का अंत': पीएम मोदी ने बॉलीवुड लीजेंड धर्मेंद्र के निधन पर जताया गहरा दुख
बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। पीएम मोदी ने लेजेंड्री एक्टर के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि धर्मेंद्र का निधन हिंदी सिनेमा के एक युग का अंत है। अन्य नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया।
पीएम मोदी ने लेजेंड्री एक्टर धर्मेंद्र के निधन पर शोक जताया।
Dharmendra Death: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का आज (24 नवंबर) लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे 89 वर्ष के थे। एक्टर के निधन से बॉलीवुड में गहरा मातम पसर गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के कई वरिष्ठ नेताओं ने धर्मेंद्र के निधन पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
धर्मेंद्र को इस महीने की शुरुआत में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में सांस संबंधी समस्याओं के कारण भर्ती कराया गया था। उनके निधन की खबर के बाद फिल्म और राजनीति की दुनिया दोनों में शोक की लहर दौड़ गई है।
पीएम मोदी बोले- 'भारतीय सिनेमा में एक युग का अंत हो गया'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट साझा कर अपना शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा-
"धर्मेंद्र के निधन के साथ भारतीय सिनेमा में एक युग का अंत हो गया। वे एक प्रतिष्ठित फिल्म व्यक्तित्व और असाधारण अभिनेता थे, जिन्होंने हर भूमिका में चमक और गहराई ला दी। उनके सरल, विनम्र और आत्मीय स्वभाव के लिए भी उन्हें समान रूप से सराहा जाता था।”
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर लिखा “भारतीय सिनेमा ने आज एक अनमोल सितारा खो दिया। धर्मेंद्र ने दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया और अपनी अद्वितीय अभिनय कला और सरल जीवनशैली से गहरा प्रभाव छोड़ा। उनका निधन एक युग के अंत का प्रतीक है।”
6 दशक के करियर में धर्मेंद्र ने दी अपार सफल फिल्में
धर्मेंद्र की फिल्मी यात्रा छह दशक से भी अधिक समय तक चली, और उन्हें बॉलीवुड का ‘ही-मैन’ कहा जाता था। धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। अपनी पहली ही फिल्म से उन्होंने यह साबित कर दिया था कि वह लंबे समय तक सिनेमा की दुनिया पर राज करने आए हैं। दमदार संवाद, रोमांटिक अंदाज़ और एक्शन से भरपूर शैली के चलते वे जल्द ही दर्शकों के दिलों पर छा गए।
छह दशकों से अधिक लंबे फिल्मी करियर में धर्मेंद्र ने एक से बढ़कर एक यादगार और सुपरहिट फिल्में दीं। इनमें ‘यादों की बारात’, ‘मेरा गांव मेरा देश’, ‘फूल और पत्थर’, ‘नौकर बीवी का’, ‘बेताब’ और ‘ग़याल’ जैसी फिल्में प्रमुख हैं। इन फिल्मों ने उन्हें हर वर्ग के दर्शकों का चहेता बना दिया और बॉलीवुड में एक्शन व रोमांटिक हीरो का बेमिसाल चेहरा स्थापित किया।
धर्मेंद्र ने की दो शादियां
धर्मेंद्र का जन्म पंजाब के लुधियाना के एक छोटे से गांव में 8 दिसंबर 1935 को हुआ था। उनका पूरा नाम धर्मेंद्र केवल कृष्ण देओल था। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले 19 वर्ष की उम्र में, 1954 में प्रकाश कौर से विवाह किया था। करियर की ऊंचाइयों को छूने के दौरान उनकी मुलाकात अभिनेत्री हेमा मालिनी से हुई और बाद में दोनों जीवनसाथी बने।