'बेखयाली' गाने पर विवाद: अमाल मलिक ने सचेत-परंपरा के आरोपों पर तोड़ी चुप्पी, कहा- 'चाहो तो मानहानि का केस कर दो'
कबीर सिंह का गाना बेखयाली को लेकर चल रही कॉन्ट्रोवर्सी पर आमाल मलिक ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। म्यूजिक कंपोज़र्स सचेत और परंपरा के आरोपों का जवाब देते हुए अमाल ने कहा कि उन्होंने कभी किसी का गाना नहीं चुराया।
'बेखयाली' गाने पर उठे विवाद पर अमाल मलिक ने तोड़ी चुप्पी।
Bekhayali song controversy: कुछ दिनों पहले म्यूजिक कंपोज़र्स सचेत टंडन और परंपरा ठाकुर ने अमाल मलिक पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2019 में शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह के गाने बेखयाली पर अपना क्रेडिट लेने की कोशिश की। दोनों संगीतकारों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर अमाल मलिक पर कई आरोप लगाए, यहां तक वीडियो में लिखा आपको शर्म आनी चाहिए अमाल'। अब इस मामले पर आखिरकार अमाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
अमाल मलिक ने तोड़ी चुप्पी
इस वीडियो के बाद अमाल मलिक ने 'ज़ूम' को दिए इंटरव्यू में इन आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने साफ कहा कि उन्होंने कभी भी ऐसा गाना नहीं बनाया या क्रेडिट नहीं लिया जो उनका नहीं था। उन्होंने कहा, "किसका क्रेडिट खाया? नहीं। कभी कहा कि यह गाना मेरा है? लोग दूसरों के गानों पर अपने नाम रख देते हैं और कहते हैं ‘मैंने बनाया’। मैंने कभी ऐसा नहीं किया।"
अमाल ने यह भी सवाल उठाया कि ये विवाद सोशल मीडिया पर क्यों उठाया गया, जबकि इसे कानूनी रास्ते से सुलझाया जा सकता था। उन्होंने कहा, "अगर किसी को लगता है कि मैंने उनका संगीत चुराया है, तो सीधे कोर्ट में मानहानि का केस करें।"
कहां से उठा विवाद?
यह विवाद अमाल के एक पुराने बयान से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने सचेत और परंपरा को वॉट्सएप के माध्यम से एक धुन साझा की थी, जिसे बाद में बेख़याली बनाने के लिए संदर्भ के तौर पर इस्तेमाल किया गया। सचेत-परंपरा ने इसे खारिज कर कहा कि गाना पूरी तरह से उन्होंने ही बनाया था।
दोनों संगीतकारों ने वीडियो में कहा कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से बोलने का फैसला इसलिए किया क्योंकि लगातार उनकी ऑरिजिनलिटी पर सवाल उठाए जा रहे थे। उन्होंने आमाल के बदलते रवैये पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा, "हम सिर्फ यह बताना चाहते हैं कि आमाल, यह सब करने की जरूरत क्या थी? आप कह रहे हैं, ‘प्यार करो’। यह सब करने की क्या जरूरत है?"
इस समय तक न सचेत-परंपरा ने और न ही आमाल मलिक ने किसी कानूनी कार्रवाई का संकेत दिया है। विवाद अभी भी सार्वजनिक रूप से जारी है और बेख़याली के निर्माण की असली कहानी इस विवाद का केंद्र बनी हुई है।