सरकारी कॉलेजों के छात्रों को मिलेगा फायदा: एमपी में अब सभी विद्यार्थियों की बनेगी आभा आईडी, विभाग ने जारी किए निर्देश

उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुसार, हर शासकीय महाविद्यालय में आभा आईडी निर्माण की प्रक्रिया के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही अंतिम वर्ष में अध्ययनरत दो विद्यार्थियों को “एबीडीएम चैंपियन” के रूप में नामांकित किया जाएगा।

Updated On 2025-12-17 10:31:00 IST

प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए राहत और सुविधा से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। अब सभी शासकीय महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों की आभा आईडी (ABHA ID) बनाई जाएगी। इसे लेकर उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। यह पहल आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत की जा रही है, जिससे छात्र सीधे डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ सकें।

उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुसार, हर शासकीय महाविद्यालय में आभा आईडी निर्माण की प्रक्रिया के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही अंतिम वर्ष में अध्ययनरत दो विद्यार्थियों को “एबीडीएम चैंपियन” के रूप में नामांकित किया जाएगा। ये चैंपियन कॉलेज स्तर पर आभा आईडी अभियान को सफल बनाने में सहयोग करेंगे और अन्य छात्रों को जागरूक भी करेंगे। नोडल अधिकारी और चयनित विद्यार्थियों को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी सरकारी कॉलेज शासन के निर्देशों का गंभीरता से पालन करें और विद्यार्थियों की आभा आईडी बनाने को प्राथमिकता दें। इसका उद्देश्य यह है कि छात्र भविष्य में डिजिटल हेल्थ सेवाओं का आसानी से लाभ उठा सकें और उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रहे।

आभा आईडी दरअसल एक डिजिटल हेल्थ आईडी होती है, जिसके माध्यम से विद्यार्थी अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां एक ही जगह सुरक्षित रख सकते हैं। इसमें डॉक्टर की पर्ची, मेडिकल जांच रिपोर्ट, दवाओं का विवरण और इलाज से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड शामिल होता है। आने वाले समय में ऑनलाइन और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के बढ़ते उपयोग को देखते हुए आभा आईडी छात्रों के लिए बेहद उपयोगी साबित होने वाली है।

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