भारत ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब: FDI में जबरदस्त उछाल, एक साल में आया 81.04 बिलियन डॉलर का इनवेस्टमेंट, विदेशी निवेशकों की पसंद बने यह राज्य

भारत में 2014 से 2025 तक 748.78 बिलियन डॉलर विदेशी निवेश हुआ। जो 2003-2014 की तुलना में 143% अधिक है। यानी विदेशी निवेश का 70% हिस्सा पिछले 11 साल में आया है।

Updated On 2025-05-27 20:02:00 IST

Foreign Direct Investment in India

Foreign Direct Investment :  भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में 81.04 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) प्रवाह दर्ज किया है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 14% अधिक है। यह वृद्धि केंद्र सरकार की उदारीकृत एफडीआई नीति, सुधार-प्रधान विनियामक ढांचे, और आर्थिक स्थिरता का प्रमाण मानी जा रही है।

19% विदेशी निवेश सर्विस सेक्टर में
एफडीआई प्रवाह में सर्वाधिक 19% की हिस्सेदारी सर्विस सेक्टर (सेवा क्षेत्र) की है। इसमें 9.35 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है। पिछले साल की अपेक्षा 40.77% अधिक है। कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में 16% और ट्रेडिंग सेक्टर में 8% निवेश बढ़ा है।

विनिर्माण में बढ़ती दिलचस्पी
भारत ने विनिर्माण एफडीआई में बड़ी छलांग लगाई है। जो वित्त वर्ष 2023-24 के 16.12 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2024-25 में 19.04 बिलियन डॉलर (18% वृद्धि) तक पहुंच गया। स्पष्ट है कि भारत ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है।

महाराष्ट्र में सर्वाधिक विदेशी निवेश
विदेशी निवेशकों की सबसे पसंदीदा जगह महाराष्ट्र है। गत वर्ष हुए कुल विदेशी निवेश का 39% हिस्सा महाराष्ट्र में इनवेस्ट किया गया है। 13% के साथ कर्नाटक और 12% के साथ दिल्ली दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

स्रोत देशों में सिंगापुर शीर्ष पर
भारत में सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सिंगापुर से होता है। गत वर्ष कुल एफडीआई का 30% हिस्सा सिंगापुर से आया। इसके बाद 17% मॉरीशस और 11% निवेश के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे।

पिछले 11 साल में 143% वृद्धि
वित्त वर्ष 2014 से 2025 तक भारत में कुल विदेशी निवेश 748.78 बिलियन डॉलर है, जो 2003-2014 की तुलना में 143% अधिक है। यानी भारत को मिले कुल विदेशी निवेश का 70% हिस्सा पिछले 11 साल में आया है।

नीतिगत सुधारों का असर
सरकार ने रक्षा, बीमा, कोयला, नागरिक उड्डयन और रिटेल जैसे क्षेत्रों में एफडीआई कैप बढ़ाकर स्वचालित मार्ग के तहत निवेश को सरल बनाया है। 2025 के बजट में प्रीमियम निवेश वाली बीमा कंपनियों के लिए एफडीआई सीमा 74% से बढ़ाकर 100% करने का प्रस्ताव रखा है।

भारत की वैश्विक छवि सुदृढ़
विदेशी निवेश बढ़ना किसी भी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत हैं। भारत एक विश्वसनीय, आकर्षक और प्रतिस्पर्धी निवेश गंतव्य के रूप में तेजी से उभरता हुआ राष्ट्र है। बढ़ती एफडीआई प्रवृत्ति, विविध क्षेत्रों में निवेश और बढ़ती स्रोत देशों की संख्या भारत की वैश्विक आर्थिक प्रतिष्ठा को रेखांकित करती है।

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