UP News: मेरठ में एक दरोगा को भाजपा का पटका पहनना भारी पड़ गया। दरोगा का मेरठ लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल के पक्ष में प्रचार करने का फोटो वायरल हुआ था, जिसके बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने दरोगा को निलंबित कर दिया है। हालांकि दरोगा ने सफाई देते हुए कहा कि जबरन भाजपा का पटका डाला गया है। दरोगा ने भी इस मामले को लेकर भाजपाइयों के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया है।
यह मामला मेरठ का है। जहां मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र के दरोगा हरीश गंगवार का एक फोटो वायरल हुआ। जिसमें दरोगा कुछ भाजपाइयों के साथ गले में पटका डाले नजर आ रहे हैं। दरोगा हरीश गंगवार ने बताया कि वो ड्यूटी पर थे, किसी प्रत्याशी का प्रचार नहीं कर रहे थे।
समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने एक्स पर फोटो किया शेयर
दरोगा की इस वायरल फोटो को समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने एक्स पर शेयर करते हुए लिखा चुनाव आयोग से सवाल किया कि अब कैसे निष्पक्ष चुनाव होगा। पुलिसवाले भाजपा का पटका गले में डालकर एजेंट बनकर काम कर रहे हैं।
भाजपा का पटका गले में डालकर पुलिसवाले भाजपा के एजेंट बनकर काम कर रहे👇
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) April 11, 2024
कैसे निष्पक्ष चुनाव होगा ये चुनाव आयोग @ECISVEEP बताए ?
भाजपा सत्ता का दुरुपयोग करके चुनाव प्रभावित करना चाहती है ,चुनाव में बेईमानी करके चुनाव जीतना चाहती है
निष्पक्ष चुनाव होना लोकतंत्र के लिए जरूरी है… pic.twitter.com/Bz2E7msPWO
फोटो वायरल होने के बाद किया गया निलंबित
बता दें कि मेरठ से भाजपा ने अरुण गोविल को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी की महिला पार्षद समेत कुछ लोग अरुण गोविल का प्रचार कर रहे थे। मामला तीन दिन पहले का बताया जा रहा है। लेकिन फोटो अब वायरल होने पर यह एक्शन हुआ है। दरोगा की सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद निलंबित कर दिया गया है। इस मामले की जांच सीओ ब्रह्मपुरी संतोष कुमार को सौंपी गई है। जो अपनी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश करेंगे।
दरोगा ने लिखाई रिपोर्ट
हालांकि दरोगा ने भाजपा पार्टी का पटका पहना प्रचार कराने वाली महिला पार्षद के साथ 25 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इस दौरान उन्होंने बताया कि जबरदस्ती गले में पटका पहनाया गया है। दरोगा के साथ एक सिपाही को भी निलंबित किया गया है, फिलहाल जांच की जा रही है।