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Samay Sagar Maharaj Kundalpur Dham: आचार्य विद्यासागर की तपोस्थली कुंडलपुर में 16 अप्रैल को विशेष अनुष्ठान है। इस दौरान समय सागर महाराज आचार्य विद्यासागर उत्तराधिकारी के तौर पर आचार्य पद संभालेंगे। महोत्सव में 5 लाख लोग शामिल होंगे।

Samay Sagar Maharaj Kundalpur Dham: आचार्य विद्यासागर की तपोस्थली कुंडलपुर पदारोहण महोत्सव के लिए तैयार है। समय सागर महाराज 16 अप्रैल को यहां आचार्य विद्यासागर के उत्तराधिकारी के तौर पर आचार्य पद संभालेंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री मोहन यादव बतौर अतिथि शामिल होंगे। इसमें 400 से ज्यादा जैन मुनि और करीब पांच लाख अनुयायियों के पहुंचने का अनुमान है। 

पदारोहण महोत्सव के लिए 200 एकड़ भूमि पर तैयारियां हैं। मुख्य पंडाल, भोजशाला, बाहर से आए लोगों के लिए एसी रूम और डोरमेट्री समेत अन्य जरूरी इतजाम हैं। महोत्सव में 5 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने का अनुमान है। भारत के बाहर विदेशों से भी श्रावकों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। 

कुंडलपुन में तीन पार्किंग 
पदोराहण महोत्सव के लिए अलग-अलग पार्किंग बनाई गई हैं। जिनमें 2 हजार से अधिक यात्री बसें और तकरीबन 5 हजार कार पार्क हो सकेंगी। कुछ जगह ओपन पार्किंग भी है। पार्किंग P-1 में सागर, जबलपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ मार्ग से आने वाले वाहन, P-2 में पन्ना, कटनी मार्ग से आए वाहन पार्क होंगे। P-3 पार्किंग रिजर्व रहेगी। यहां सिर्फ वीवीआईपी लोगों के वाहन पार्क होंगे। 

यह मार्ग रहेंगे वन-वे
15 अप्रैल की दोपहर 12 बजे से 16 अप्रैल की दोपहर 3 बजे तक समन्ना तिराहा से कुंडलपुर तक का मार्ग वन-वे रहेगा। परमिट बसें आ जा सकेंगी। इसी प्रकार से कुंडलपुर से समन्ना तिराहे तक का मार्ग 16 अप्रैल दोपहर 3 बजे से 17 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक वन-वे रहेगा। यहां भी परमिट बसें आ जा सकेंगी। 

यहां भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित 

  • हटा-पटेरा मार्ग पर कोर्ट तिराहे के आसपास 
  • हटा-दमोह रोड पर यादव से ढाबा के सामने देवडोंगरा जाने वाला मार्ग पर 
  • हटा-दमोह रोड पर बनगांव-हिंडोरिया मार्ग में 
  • रनेह से पटेरा की ओर जाने वाला मार्ग पर 
  • पवई-कुंडलपुर मार्ग पर नयागांव में 
  • कुम्हारी तिराहा व समन्ना तिराहा से कुंडलपुर मार्ग पर 
  • दमोह-कटनी मार्ग पर बांदकपुर फाटक चौराहा और हिंडोरिया चौराहे पर 

ऐसे पहुंचें कुंडलपुर धाम 

  • जबलपुर की ओर से जाने वाले लोग अभाना से मारूताल, समन्ना तिराहा, करैया फाटक, हिंडोरिया, देवडोंगरा और पटेरा होते हुए कुंडलपुर जा सकते हैं। इसके अलावा समन्ना तिराहे से बांदकपुर फाटक चौराहा, हिंडोरिया, देवडोंगरा और पटेरा होते कुंडलपुर जा सकते हैं। 
  • सागर से आने वाले लोग पावरग्रिड पॉइंट बायपास से सरदार पटेल तिराहा, इमलाई, मुक्तिधाम, बनगांव, हटा, पटेरा बायपास होते हुए कुंडलपुर जा सकते हैं। इसके अलावा बंडा, केरबना, बटियागढ़, नीमन तिराहा, मगरोन, हटा और पटेरा बायपास से कुंडलपुर जा सकते हैं।   
  • छतरपुर से आने वाले लोग बड़ामलहरा, दरगुवां तिराहा, रजपुरा, मगरोन, हटा और पटेरा होते हुए और बड़ामलहरा से हीरापुर तिराहा, बक्सवाहा, बटियागढ़, मगरोन, हटा, पटेरा होते हुए कुंडलपुर पहुंच सकते हैं। 
  • पन्ना से आने वाले लोग तीन रास्तों से कुंडलपुर पहुंच सकते हैं। अमानगंज से गन्यारी, हटा, पटेरा होते हुए और अमानगंज से गन्यारी, बनौली, हटा के अलावा पवई से मोहन्द्रा, बनौली, माडवा होते हुए कुंडलपुर जा सकते हैं। 
  • कटनी से आने वाले लोग रीठी से रैपुरा और कुम्हारी होते हुए कुंडलपुर पहुंच सकते हैं। 

आकर्षक लाइटों से सजा कुंडलपुर धाम 

  • पदारोहण महोत्सव के लिए कुंडलपुर धाम को आकर्षक लाइटों से सजाया गया है। यहां 1500 प्रकार की लाइट्स लगाई गई हैं। लाल, पीली, नीली, हरी, गुलाबी रंगों की इन लाइट्स में मंदिर की इस भव्यता पर तकरीबन 16 करोड़ खर्च किए हैं। बताया गया साज सज्जा का पूरा सामान इटली से मंगाया गया है। 
  • महोत्सव के मुख्य पंडाल को जोधपुर से 250 कलाकार आकर्षक स्वरूप दे रहे हैं। आकर्षक लाइट्स के साथ इसे गोल्डन लुक दिया जा रहा है। ताकि, रात में सोने की तरह दमके। 
  • महोत्सव के लिए 2 भोजनशाला बनाई हैं। एक में मिठाइयां और दूसरे में भोजन के पैकेट तैयार किए जा रहे हैं। शाला में एक साथ 25 हजार से अधिक लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे। सुबह 8 से शाम 7 बजे तक भोजन 2 लाख से अधिक लोगो भोजन करेंगे। अहमदाबाद की वैराग्य इवेंट्स कंपनी ने 50 हजार पैकेट तैयार कराए हैं। 

कौन हैं समय सागर महाराज
राजस्थान के डोंगरगढ़ में 18 फरवरी को आचार्य विद्यासागर महाराज का समाधिमरण होने के बाद उनके प्रथम शिष्य मुनि समय सागर महाराज को आचार्य पद सौंपा जा रहा है। मुनि समय सागर आचार्य श्री के छोटे भाई हैं। कर्नाटक के सदलगा में 27 अक्टूबर 1958 को जन्म हुआ। 2 मई 1975 को ब्रह्मचर्य व्रत लिया और 18 दिसंबर 1975 को छुल्लक दीक्षा हुई। नैनागिरी छतरपुर में 31 अक्टूबर 1978 को और 8 मार्च 1980 को द्रोणगिरी छतरपुर में एलक दीक्षा हुई। आचार्य विद्यासागर महाराज के गृहस्थ जीवन के सगे भाई मुनि समय सागर महाराज और मुनि योगसागर महाराज कुंडलपुर में विराजमान हैं। छह भाई-बहनों में यह छठे नंबर पर के हैं। 65 साल उम्र है। 

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