दिग्विजय सिंह पर टूटा दुखों का पहाड़: चुनाव प्रचार छोड़ लखनऊ पहुंचे, राघोगढ़ रियासत के इस सदस्य का हुआ देहांत

Digvijay Singh Rajgarh Election: लोकसभा चुनाव के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बड़े दामाद रत्नाकर सिंह का निधन हो गया। रत्नाकर उत्तर प्रदेश बाराबंकी जिले की रामनगर राज परिवार से सदस्य थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही दिग्विजय सिंह ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम रद्द कर लखनऊ पहुंच गए।
कल रात मेरे बड़े दामाद राजा रत्नाकर सिंह रामनगर का दुखद देहांत हो गया। ६१ वर्ष के रत्नाकर लगभग एक साल से कैंसर से पीड़ित थे। उनके अंतिम संस्कार के लिए मैं लखनऊ में हूं। इस दुख की घड़ी में चुनाव प्रचार को विराम देकर मैं मेरी बेटी मृणालिनी और परिवारवालों के साथ हूँ।
ईश्वर रत्नाकर…
— Digvijaya Singh (@digvijaya_28) April 22, 2024 दिग्विजय सिंह ने X पर पोस्ट साझा कर बताया कि बड़े दामाद राजा रत्नाकर सिंह रामनगर का देहांत हो गया। 61 वर्षीय रत्नाकर कैंसर पीड़ित थे। दिग्वियज ने आगे लिख कि मैं उनके अंतिम संस्कार के लिए लखनऊ में हूं। चुनाव प्रचार को विराम देकर मैं दुख की इस घड़ी में बेटी मृणालिनी और परिवारवालों के साथ हूं। ईश्वर रत्नाकर को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
दिग्विजय सिंह की तीन बेटियां
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय की पहली शादी 11 दिसंबर 1969 को हिमाचल प्रदेश में डॉ. जगदेव सिंह की बेटी आशा कुमारी के साथ हुई थी। 2013 में आशा कुमारी का निधन हो गया था। जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने अमृता राय के साथ दूसरी शादी कर ली। आशा और दिग्विजय के 4 संतानें थीं। बेटे जयवर्धन सिंह के अलावा दिग्विजय सिंह की 3 बेटियां भी हैं। एक बेटी का निधन हो चुका है। दिग्विजय के एक बेटी मंदाकिनी की शादी गुजरात के संतरामपुर राजपरिवार में हुई है।
नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके रत्नाकर
रत्नाकर सिंह सरल स्वभाव व सज्जन व्यक्ति थे। गरीबों की मदद के लिए वह हर समय तत्पर रहते थे। नगर पंचायत के अध्यक्ष रहते जनहित के कई कार्य किए। बाराबंकी की रामनगर स्टेट बच्चों से बुजुर्गों तक उनके दिवाने थे। नगर में बड़ी बाजार शुरू कराई थी, जिसके बाद से स्थानीय लोगों को काफी फायदा हुआ।
