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Jharkhand Floor Test: झारखंड में सोमवार को नई सरकार को विश्वास मत हासिल करना है। हैदराबाद से सत्तारूढ़ दल के सभी विधायक रांची लौट आए हैं। हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे।

Jharkhand Floor Test: झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने सोमवार को अग्निपरीक्षा पास कर ली है। फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया। सुबह 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है, जिसे चंपई सोरेन ने हासिल कर लिया है। चंपई सरकार के पक्ष में 47 वोट पड़े। वहीं विपक्ष में 29 मत प्राप्त हुए। स्पीकर ने 6 फरवरी तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया है। 

इससे पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का अभिभाषण हुआ। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी ईडी कस्टडी से विधानसभा पहुंचे। उन्होंने वोटिंग की। इससे पहले हेमंत सोरेन ने कहा कि 31 जनवरी को सरकार को गिराने की साजिश की गई। इस साजिश में राजभवन भी शामिल था। उन्होंने दावा किया कि अगर ईडी साढ़े 8 लाख एकड़ भूमि के घोटाले के कागज दिखा तो राजनीति तो दूर की बात झारखंड छोड़ दूंगा। 

जानिए सदन में कार्यवाही की बड़ी बातें

  • नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि सरकार का पहला दिन बता रहा है कि आगे कैसे चलने वाली है। विश्वास मत पर सत्र बुलाया गया है। राज्यपाल ने अभिभाषण दिया। चंपई सरकार की उपलब्धियां गिनाई। ये कोई पीएमओ से लिखकर नहीं आया था। चार साल में सरकार चली गई। किसी ने बर्खास्त नहीं किया। राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया। 
  • नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर गई है। पीएम मोदी ने वंशवाद की राजनीति को खत्म किया। उसका परिणाम झारखंड में भी देखने को मिला। चंपई सोरेने को पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य है कि अपनी सरकार की उपलब्धियों पर नेताओं ने हंगामा किया।  
  • नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्यपाल ने 32 पन्नों का अभिभाषण सदन में पढ़ा। लेकिन अभिभाषण पढ़ने से क्या होगा, जब लोकतंत्र नहीं बचेगा। समय बड़ा बलवान है। वक्त फिर गुजरेगा। मजबूती से आएंगे। जो षडयंत्र कर रहे हैं, उनके षडयंत्र धरे के धरे रह जाएंगे। 

  • 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। रामराज्य आ गया। रामराज्य की पहली शुरुआत बिहार से हुई। इसके बाद झारखंड में एक आदिवासी मुख्यमंत्री को ईडी के जरिए परेशान किया जाने लगा। लेकिन संभलकर मैं एक ऐसी हड्डी हूं कि गले में फंस गया तो शरीर फाड़कर बाहर आऊंगा। 
  • हेमंत सोरेन ने कहा कि मुझे साढ़े 8 लाख एकड़ जमीन घोटाले के लिए गिरफ्तार किया गया है। अगर है हिम्मत तो मेरे सामने कागज रखो। साबित कर दो तो राजनीति से इस्तीफा दे दूंगा। मैं आंसू नहीं बहाऊंगा। आंसू वक्त के लिए रखूंगा। आदिवासी-दलितों के आंसूओं की आपके सामने कोई कीमत नहीं है।

  • आने वाले समय में हर आंसू का जवाब दिया जाएगा। इस राज्य का दुर्भाग्य है कि कुछ नेता सामंतवादी विचारधारा के आगे नतमस्तक हैं। वरना ये दुर्दशा नहीं होती। इस प्रदेश पर सबसे ज्यादा किसने राज किया है? कौन कहां बैठा और किसने क्या काम किया? घोटाले इन्हें 2019 से नजर आ रहे हैं। ये नहीं चाहते हैं कि देश का दलित-आदिवासी देश के सर्वोच्च पद पर बैठे। 
  • हेमंत सोरेन ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर को अपना धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाना पड़ा, वैसी ही कुछ झारखंड में आदिवासी-मूलवासी के साथ तैयारी है। आदिवासी-मूलवासी के प्रति विपक्ष की जो धृणा है, वो मेरी समझ से परे है।
  • हेमंत सोरेन ने कहा कि 31 जनवरी का दिन लोकतंत्र के लिए काला दिन था। 31 जनवरी की रात देश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी हुई। ये देश में पहली घटना है। मुझे लगता है इस घटना को अंजाम देने में कहीं न कहीं राजभवन भी शामिल रहा।
  • जैसे ये घटना हुई, मैं आदिवासी समाज से आता हूं, नियम-कायदे का अभाव रहता है। हम लोगों की क्षमताएं विपक्ष जैसी नहीं है, लेकिन सही-गलत की समझ तो हर प्राणी, यहां तक कि जानवर भी रखता है। बड़े सुनियोजित तरीके से 31 तारीख के घटनाक्रम की पटकथा लिखी गई।

  • हेमंत सोरेन ने कहा कि ये हमें अछूत मानते हैं। इनका बस चले तो हम जंगल में जाकर 50-100 साल पुरानी जिंदगी जिएं। लेकिन मैं हार नहीं मानूंगा। यह झारखंड है। यहां के हर कोने से आदिवासी-दलितों ने अपनी कुर्बानी दी है। 
  • चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन की अगुवाई में चार साल अच्छे से सरकार चली। कोरोनाकाल में हेमंत सरकार ने बेहतरीन काम किया। प्रवासी मजदूरों को विमान से बुलाया गया है। वेंटिलेंटर की व्यवस्था की गई। बुनियादी समस्याओं को दूर करने की कोशिश की। हम हेमंत सोरेन के पार्ट 2 हैं। 
  • चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड में जमीन घोटाले, खनन घोटाले की बात आती है। यहां के लोग पत्थरों को भी नहीं छूते। प्रदेश में आदिवासी नेतृत्व को रोका जाता है। ईडी, सीबीआई, आईटी जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। 

  • विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने हंगामा किया। 
  • राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विधानसभा पहुंचे। उन्हें स्पीकार ने रिसीव किया। राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 
  • मुख्यमंत्री चंपई सोरेन बहुमत साबित करने के लिए अपनी सरकार के शक्ति परीक्षण में भाग लेने के लिए रांची में विधानसभा पहुंचे। 
  • झारखंड हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी के खिलाफ हेमंत सोरेन की ओर से दायर याचिका पर ईडी से जवाब मांगा है। इसके लिए 9 फरवरी तक का समय दिया गया है। अगली सुनवाई 12 फरवरी को है। 

31 जनवरी को गिरफ्तार हुए थे हेमंत सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने फ्लोर टेस्ट के लिए अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है। 31 जनवरी को हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जिसके बाद चंपई सोरेन के हाथ में सत्ता की बागडोर आई।   

हैदराबाद से लौटे सत्ताधारी दल के विधायक
सत्तासीन झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने रविवार शाम अपने विधायकों को हैदराबाद से रांची वापस बुलवाया। ऑपरेशन लोटस के डर से जेएमएम, कांग्रेस और लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल के विधायकों को कांग्रेस शासित राज्य तेलंगाना भेज दिया गया था। आरोप लगाए गए हैं कि कुछ विधायकों से भाजपा ने संपर्क किया था। 

झारखंड सियासी घटनाक्रम की अहम बातें

  • 81 सदस्यीय सदन में चंपई सोने की अगुवाई वाले गठबंधन के पास 47 विधायक हैं। बहुमत का आंकड़ा 41 है। वर्तमान में 43 विधायक चंपई सोरेन का समर्थन कर रहे हैं।
  • भाजपा के पास 25 विधायक हैं। इसके अलावा ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के तीन, राकांपा और वामपंथी दल के पास एक-एक और तीन निर्दलीय विधायक हैं।
  • गिरफ्तार पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विश्वास मत में वोटिंग के लिए अनुमति दी गई है। प्रवर्तन निदेशालय की कड़ी आपत्तियों के बावजूद रांची की एक विशेष अदालत ने इसकी अनुमति दे दी है। 
  • सत्तारूढ़ विधायक हैदराबाद से वापस रांची आ चुके हैं। राज्य के मंत्री आलमगीर आलम ने दावा किया कि हमारे विधायक एकजुट हैं।  हमारे पास 48 से 50 विधायकों का समर्थन है।
  • झामुमो विधायक मिथिलेश ठाकुर ने दावा किया कि पार्टी के नेतृत्व वाला गठबंधन विश्वास मत के माध्यम से आगे बढ़ेगा। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कई भाजपा विधायक भी गठबंधन के समर्थन में हैं।
 
Champai Soren
झारखंड में शुक्रवार दोपहर चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 2 अन्य विधायकों ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।

2 फरवरी को चंपई सोरेन ने ली थी शपथ
चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन के पद से हटने के बाद 2 फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पद की शपथ दिलाई थी। चंपई के अलावा कांग्रेस विधायक आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी। 

48 के पार जाएगा विश्वास मत
जेएमएम नेता मनोज पांडे ने फ्लोर टेस्ट को लेकर कहा कि मुझे लगता है कि यह महज औपचारिकता है। संख्या बल और INDIA गठबंधन की एकजुटता को देखकर विपक्ष का हौसला पहले ही कम है। आंकड़ा 48 के पार भी जा सकता है। हमारी पार्टी, हमारा गठबंधन एकजुट है। फ्लोर टेस्ट के दौरान झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे और वोट करेंगे। 

सत्ता पक्ष का सियासी गणित

पार्टी  संख्याबल
झामुमो 29
कांग्रेस 17
राजद 01
माले 01
कुल 48


विपक्ष की क्या है स्थिति?

पार्टी संख्याबल
भाजपा 26
आजसू 03
अन्य 03
कुल 32

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