Tiger: टेंकुलाइज होने के बाद टीम को गच्चा देकर बाघ लापता, खेतों की खाक छान रही रेस्क्यू टीम, बेहोशी में होने की भी आशंका 

Forest department and wildlife department team engaged in search of tiger in Rewari
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रेवाड़ी में टाइगर की तलाश में जुटी वन विभाग व वन्य प्राणी विभाग की टीम।
बाघ भटसाना के खेतों में ट्रेंकुलाइज किया गया था। सुबह वन विभाग के कर्मचारी एक बार फिर गांवों के आसपास खेतों में बाघ के पद निशान देखने का प्रयास किया।

Tiger News Rewari।चार दिनों से रेस्क्यू टीमों के हत्थे नहीं चढ़ पा रहा एसटी-2303 बाघ रविवार की शाम ट्रेंकुलाइज होने के बाद कुछ देर जमीन पर लेटा रहा। इसके बाद रेस्क्यू टीमों को गच्चा देकर बाघ फरार हो गया। सोमवार सुबह वन विभाग की टीमों ने एक बार फिर से सर्च आॅपरेशन किया। ततारपुर और अलावलपुर के ग्रामीणों ने बाघ की दहाड़ भी सुनाई दी, लेकिन टीमों को बाघ के पदचिन्ह कहीं दिखाई नहीं दिए। सरिस्का से आई टीम के सदस्यों के अनुसार बाघ ट्रेंकुलाइज हो गया था। भागने के बाद उसके बेहोश होने की संभावना ज्यादा है। एंटी डोज दिए बिना उसके जल्द होश में आने की संभावना नहीं होती।

हमले में घायल हुए थे दो कर्मचारी

राजस्थान वन विभाग के दो कर्मचारियों पर बाघ ने हमला बोलकर घायल कर दिया था। इसके बाद रविवार शाम को सरसों के खेत को पुलिस और वन विभाग के वाहनों से चारों ओर से घेर लिया गया था। तेज आवाज में हूटर और गाड़ियों के हॉर्न लगातार बजाए गए। जेसीबी मशीन को सरसों के खेत में दौड़ाया गया, जिससे बाघ खेत से निकलकर बाहर आने को मजबू हो गया। वन विभाग के कर्मियों ने उसे टेंÑकुलाइज करने के लिए गन से तीन ट्रेंकुलाइजर दागे थे। इसके बाद बाघ जमीन पर बैठ गया था। वन विभाग के कर्मचारी उसका पूरी तरह बेहोश होने का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान बाघ रेस्क्यू टीमों को गच्चा देकर भाग गया। देर रात तक बाघ को सर्च किया गया, परंतु उसका कोई पता नहीं चल सका। थक हारकर सरिस्का की टीम में आए कर्मचारी विश्राम करने चले गए। इन कर्मचारियों ने सोमवार सुबह बाघ को एक बार फिर से सर्च करना शुरू किया।

दो गांवों के लोगों ने सुनी दहाड़

बाघ भटसाना के खेतों में ट्रेंकुलाइज किया गया था। सुबह वन विभाग के कर्मचारी एक बार फिर गांवों के आसपास खेतों में बाघ के पद निशान देखने का प्रयास किया। इस दौरान तातरपुर और अलावलपुर के ग्रामीणों ने शेर की दहाड़ सुनने की बात कर्मचारियों को बताई। कर्मचारियों ने ग्रामीणों से बातचीत करने के बाद पद निशान की खोज करना शुरू कर दिया। सोमवार दोपहर तक बाघ की कोई मूवमेंट दर्ज नहीं की गई।

बेहाश होने की जताई संभावना

वन विभाग के रेंज ऑफिसर नरेंद्र कुमार ने बताया कि बाघ ट्रेकुलाइज हो गया था, जिस कारण संभावना यह है कि वह बेहोशी की हालत में होगा। उसे खुद होश आने में समय लग सकता है। वन विभाग की टीम होश में लाने के लिए एंटी डोज देती हैं, लेकिन यह बाघ पहले ही भाग गया था। माना जा रहा है कि अब वह बेहोशी की हालत में होगा। ड्रोन कैमरों की मदद से उसकी तलाश की जा रही है।

कई एकड़ फसल को नुकसान

भटसाना में कर्मचारियों पर हमला करने के बाद बाघ जिस खेत में घुसा था, उसमें टीमों ने किसानों की सहमति से जेसीबी मशीन भी दौड़ाई। भटसाना के सरपंच भूपसिंह ने बताया कि इससे पांच एकड़ सरसों और एक एकड़ गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। किसान अपने खेतों में जाने से बच रहे हैं, जिससे उनकी फसल सिंचाई का कार्य बाधित हो रहा है। कर्मियों पर हमले के बाद ग्रामीणों में दहशत और बढ़ गई है।

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