Jind: दातासिंह वाला बॉर्डर पर उग्र किसान आंदोलन को लेकर चिकित्सकों की लगाई स्पेशल डयूटी

Crowd of people gathered in Civil Hospital to take medicines
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नागरिक अस्पताल में दवा लेने के लिए लगी लोगों की भीड़। 
दातासिंह वाला बॉर्डर पर उग्र हुए किसान आंदोलन के चलते स्वास्थ्य विभाग ने नागरिक अस्पताल में 12 चिकित्सकों की स्पेशल ड्यूटी लगाई, ताकि आपात स्थिति में उपचार किया जा सके।

Jind: दातासिंह वाला बॉर्डर पर उग्र हुए किसान आंदोलन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है। किसान आंदोलन के दौरान अप्रत्याशित स्थिति, परिस्थितियों से बचाव को लेकर कुल 12 चिकित्सकों की स्पेशल डयूटियां नागरिक अस्पताल में निर्धारित की गई हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में उपचार को लेकर चिकित्सकों की कमी आड़े न आए। इसके अलावा सहयोगी स्टाफ व संबंधित अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं।

सुबह- शाम के लिए अलग-अलग चिकित्सकों की लगी डयूटी

उग्र हुए किसान आंदोलन को देखते हुए शिफ्टों में चिकित्सकों की डयूटी नागरिक अस्पताल में लगाई गई हैं। बुधवार को सुबह के समय में एमओ डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. ममीता व डॉ. सुमिति की स्पेशल डयूटी लगी है। इसी तरह दोपहर बाद एमओ डॉ. स्तुति, डॉ. नीशु, डॉ. प्रीति सिंधू व रात के लिए एमओ डॉ. शुभम गर्ग, डॉ. संदीप शर्मा, डॉ. शुभम तैनात रहेंगे। वहीं 22 फरवरी को सुबह के समय डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. ममीता, डॉ. सुमीति, ईवनिंग शिफ्ट में डॉ. स्तुति, डॉ. निशू, डॉ. प्रीति सिंधू, नाइट शिफ्ट में डॉ. यचित, डॉ. परमजीत, डॉ. अमित कुमार को तैनात किया गया है। यह चिकित्सक जींद, उचाना, खरकरामजी, अलेवा, कालवा, कंडेला व सफीदों में कार्यरत हैं।

अस्पताल में 55 चिकित्सकों की आवश्यकता, काम कर रहे मात्र 27

नागरिक अस्पताल में 55 चिकित्सकों की आवश्यकता है लेकिन इस समय मात्र 27 चिकित्सक नियमित तौर पर काम कर रहे हैं। पांच चिकित्सक एनएचएम के तहत कार्यरत हैं। तीन चिकित्सक अब अस्पताल को छोड़ गए हैं। इनमें एक डॉ. गितांशु आई स्पेशलिस्ट, डॉ. पूनम आपातकाल व डॉ. सीमा वशिष्ठ बच्चों की चिकित्सक है। जिला मुख्यालय पर 200 बैड का अस्पताल बना हुआ है। वहीं, सफीदों, नरवाना तथा उचाना सब डिविजन पर 100-100 बैड के अस्पताल हैं। नागरिक अस्पताल में ओपीडी की बात की जाए तो प्रतिदिन 1200 तक की ओपीडी होती है।

किसान आंदोलन को लेकर विभाग अलर्ट पर, चिकित्सकों की स्पेशल डयूटी लगाई

सिविल सर्जन डॉ. गोपाल ने बताया कि किसान आंदोलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सकों की स्पेशल डयूटियां लगा दी गई हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य अधिकारियों व स्वास्थ्य स्टाफ को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार है।

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