साइबर ठगी: सीआरपीएफ अधिकारी बन बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर को किया फोन, स्कैनर भेजकर खाते से उड़ाए 1.22 लाख रुपये 

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प्रतीकात्मक तस्वीर
एक बैंक खाते से दो बार में 17,000 व 4,999 और दूसरे खाते से एक बार में 44,444 रुपये व 55,555 रुपये कट गए। उनके खातों से कुल 1,21,998 रुपये कट गए।

सोनीपत। राई थाना क्षेत्र के गांव बढ़मलिक में बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के पास खुद को सीआरपीएफ अधिकारी बताकर कॉल करने के बाद स्कैनर भेजकर दो खातों से 1.22 लाख रुपये उड़ाने का मामला सामने आया है। ठगों ने सीआरपीएफ अधिकारी बनकर सप्लायर को फोन कर 100 बैग सीमेंट मांगने की बात की। पेमेंट भेजने के लिए सप्लायर के पास स्कैनर भेजा, जिसके बाद दो खातों से चार बार में 1.22 लाख रुपये की राशि कटने के मैसेज आ गए। इसके बाद स्पलायर को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। पुलिस ने सप्लायर के बेटे के बयान पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

एक मई को आई थी कॉल

गांव बढ़मलिक निवासी जतिन राणा ने बताया कि उनके पिता बलजीत सिंह राणा गांव के सामने बीसवां मील रोड पर राणा हार्डवेयर एवं बिल्डिंग मटेरियल के नाम से दुकान चलाते हैं। उनके पिता के पास 1 मई को एक नंबर से कॉल की थी। कॉल करने वाले ने कहा था कि वह सीआरपीएफ कैंप में अधिकारी हैं। उन्हें कैंप के लिए 100 बैग सीमेंट की जरूरत है। वह पहले 17 हजार रुपये ऑनलाइन भेज रहे हैं। उसके बाद वह सीमेंट लेकर आने पर बाकी रुपये दे देंगे। पिता ने उसका मोबाइल नंबर दे दिया था। उनके पास साइबर ठग ने कॉल की। ठग ने कहा कि आर्मी में अधिकारी होने के चलते वह सीधे खाते में रुपये नहीं भेज सकते। उन्हें स्कैनर से रुपये भेजने होंगे। इस पर ठग ने उनके पास एक स्कैनर भेज दिया।

एक खाते से एक रुपया काटा, दूसरे में भेज दिए दो रुपये

शिकायत में बताया कि स्कैन करते ही उनके एक बैंक खाते से एक रुपये कट गया और दूसरे खाते में दो रुपये आ गए। जिस पर उनके एक बैंक खाते से दो बार में 17,000 रुपये व 4,999 रुपये कट गए। साथ ही दूसरे बैंक खाते से एक बार में 44,444 रुपये व 55,555 रुपये कट गए। उनके खातों से कुल 1,21,998 रुपये कट गए। तब उन्हें धोखाधड़ी का पता लगा। उन्होंने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल की। उसके बाद अब पुलिस को शिकायत दी है। जांच अधिकारी एसआई अजमेर ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जल्द से जल्द ठगों का पता लगाकर आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

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