Civil Hospital का कारनामा: डिलीवरी में खतरा बताकर महिला को किया रेफर, एंबुलेंस में हुई नॉर्मल डिलीवरी

Woman and her family with EMT Sandeep Kundu after delivery in ambulance
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एंबुलेंस में डिलीवरी के बाद ईएमटी संदीप कुंडू के साथ महिला एवं उसके परिजन।
जींद स्थित नागरिक अस्पताल में डिलीवरी के लिए आई महिला को जान का खतरा बताकर रेफर कर दिया। रास्ते में ही महिला ने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया, जो स्वस्थ है।

Jind: जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल अपनी रेफरिंग को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है। अस्पताल से रात को ढाई बजे नगूरां गांव निवासी डिलीवरी के लिए आई महिला को जान का खतरा बताते हुए मेडिकल कॉलेज खानपुर के लिए रेफर कर दिया। महिला को जब एंबुलेंस से पीजीआई खानपुर ले जाया जा रहा था तो गोहाना के पास उसने बच्चे को जन्म दे दिया। एंबुलेंस चालक गजराज तथा ईएमटी संदीप कुंडू ने डिलीवरी में मदद की। डिलीवरी भी नॉर्मल हुई। इसके बाद मां तथा बच्चे को गोहाना के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां पर दोनों को पूरी तरह से स्वस्थ बताया गया। सीएमओ ने महिला को रेफर करने के सही कारण स्पष्ट करने के लिए जांच शुरू करवा दी है।

अस्पताल में भर्ती के समय बताई नार्मल डिलीवरी, बाद में बताया जान का खतरा

नगूरां गांव निवासी एक महिला को नागरिक अस्पताल में सोमवार को डिलीवरी के लिए दाखिल करवाया गया। उस समय महिला को नार्मल डिलीवरी होना बताया जा रहा था। रात को अचानक उसे रेफर कर दिया और कारण बताया कि यह प्रीमैचोर डिलीवरी है, इसमें जच्चा-बच्चा दोनों की जान को खतरा है। महिला के परिजन बहुत डर गए। स्वास्थ्य विभाग ने एंबुलेंस में महिला को मेडिकल कॉलेज खानपुर के लिए रेफर कर दिया। एंबुलेंस चालक गजराज तथा ईएमटी संदीप कुंडू महिला को लेकर रात के समय ढाई बजे नागरिक अस्पताल जींद से निकले। लगभग तीन बजे जब वह गोहाना शहर में प्रवेश करने वाले थे तो महिला को प्रसव पीड़ा हो गई। गजराज तथा संदीप कुंडू ने एंबुलेंस में ही डिलीवरी करवा दी। इसके बाद दोनों मां-बच्चे को गोहाना के नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया। यहां पर दोनों को चिकित्सकों ने पूरी तरह से स्वस्थ बताया।

कई बार हो चुके हैं ऐसे मामले

नागरिक अस्पताल में महिलाओं की डिलीवरी से संबंधित ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। रात के समय ही अचानक नागरिक अस्पताल के चिकित्सक महिलाओं को रेफर कर देते हैं। इसमें वह जच्चा-बच्चा की जान को खतरा बताते हैं। इसके बाद अधिकतर परिजन निजी अस्पतालों में महिलाओं को ले जाते हैं, जहां उनकी नार्मल डिलीवरी होती है। कुछ गरीब लोग अपनी महिलाओं को सरकारी अस्पतालों में ले जाते हैं। उनकी या तो रास्ते में डिलीवरी हो जाती है या फिर दूसरे सरकारी अस्पतालों में नार्मल डिलीवरी हो जाती है।

नागरिक अस्पताल से रेफर करने की करवा रहे जांच

सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल ने बताया कि रात को जिस महिला को खानपुर रेफर किया गया और उसने एंबुलेंस में बच्चे को जन्म दिया है, इसके रेफर करने के स्पष्ट कारण नहीं हैं। इसकी जांच की जाएगी। यदि चिकित्सक की लापरवाही सामने आई तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। रात को खासकर डिलीवरी के लिए आई महिलाओं को अचानक रेफर करने के मामले सामने आ रहे हैं। इनकी जांच की जा रही है।

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