प्रदेश में होगी उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना: हरियाणा सरकार व राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय गांधीनगर के बीच हुआ एमओयू

Union Home Minister Amit Shah and others present during the signing of the MoU.
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समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान मौजूद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व अन्य। 
हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षण के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना हेतु हरियाणा सरकार व राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय गांधीनगर के बीच एमओयू हुआ।

Haryana: हरियाणा में चिन्हित अपराध मामलों के लिए फोरेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षण और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना हेतु हरियाणा सरकार तथा राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय गांधीनगर गुजरात के मध्य एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह और हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता मौजूद रहे।

चिंतन शिविर में लिए निर्णय के अनुसार हुआ समझौता

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में सूरजकुंड में आयोजित चिंतन शिविर में लिए गए निर्णय के अनुसरण में यह एमओयू हुआ है। इस एमओयू का उद्देश्य फोरेंसिक और अभियोजन प्रशिक्षण, अनुसंधान और फोरेंसिक नमूनों के परीक्षण के क्षेत्र में सहयोगात्मक गतिविधियों के विकास को सुगम बनाना और उसे मजबूत बनाना है। इस समझौता ज्ञापन के तहत परिकल्पित, फोरेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षण और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं में एक मजबूत, अत्याधुनिक, उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा और एनएफएसयू अनुसंधान के साथ-साथ फोरेंसिक नमूनों के परीक्षण का मार्गदर्शन करेगा व विशेषज्ञ ज्ञान भी प्रदान करेगा।

उत्कृष्टता केंद्र बनने से हरियाणा में आपराधिक न्याय प्रणाली होगी मजबूत

हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान के तत्वावधान में, न्यायिक अधिकारियों, सरकारी अभियोजकों, पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को फोरेंसिक विश्लेषण व आपराधिक न्याय वितरण के अन्य पहलुओं में एनएफएसयू के परामर्श से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस उत्कृष्टता केंद्र के बनने से हरियाणा में आपराधिक न्याय प्रणाली और मजबूत होगी। यह कदम हरियाणा राज्य को चिन्हित अपराध योजना के तहत परिकल्पित आदर्शों को प्राप्त करने में और मदद करेगा, जिसके तहत राज्य सरकार का लक्ष्य गंभीर और जघन्य अपराधों की पहचान करना व विशेष रूप से 6 या अधिक वर्षों के कारावास वाले अपराधों के लिए कार्रवाई योग्य फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करना है, जिससे सजा दर में वृद्धि हो और राज्य में समग्र सुरक्षा में सुधार हो।

ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के परीक्षण के लिए किया समझौता

उल्लेखनीय है कि हरियाणा सरकार ने पहले ही ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों (एनडीपीएस अधिनियम के तहत) के परीक्षण के लिए एनएफएसयू के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता ज्ञापन इस सहयोग को और मजबूत करेगा। हरियाणा में 50 एकड़ भूमि पर राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय का एक क्षेत्रीय परिसर स्थापित करने का प्रस्ताव हरियाणा सरकार द्वारा गृह मंत्रालय को विचारार्थ पहले ही भेजा जा चुका है।

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