हिसार में मजदूर की मौत: चार दिन बाद भी परिजनों ने नहीं लिया मृतक का शव, इन मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी

Family Protest after labors death
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मजदूर की मौत के बाद परिजनों का प्रदर्शन
हिसार में दर्दनाक हादसा: दो बच्चों के पिता की मौत के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है। परिजन चार दिनों से अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तब तक वे मृतक का शव नहीं लेंगे।

Hisar Crime News: 28 अक्टूबर को हिसार के सेक्टर 14 पार्ट 2 में हुई मजदूर की मौत का मामला गरमा गया है। मृतक दीपक के परिवार वालों ने अभी तक शव का पोस्टमार्टम नहीं करने दिया है। शुक्रवार को दीपक की मृत्यु के चार दिन हो चुके हैं और उसके परिजन चार दिनों से लगातार धरने पर बैठे हुए हैं। परिजनों का कहना है कि उनकी मांगे पूरी की जाए, उसके बाद ही वो शव लेंगे। इस मामले में मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

दरअसल, 28 अक्टूबर को शिव कालोनी निवासी मजदूर दीपक की मौत सीवरेज की खुदाई के समय मिट्टी के नीचे दबने से हो गई थी। उसकी पत्नी चार माह की गर्भवती है और एक दो साल का बेटा भी है। ऐसे में परिजन काफी चिंतित हैं। उनका कहना है कि अगर उन्हें सहायता नहीं मिलेगी, तो वो परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे। गुस्साए परिजनों ने अभी तक पोस्टमार्टम नहीं कराया है। वो लोग धरने पर बैठे हैं। उनकी मांग है कि परिवार के किसी एक सदस्य को कौशल रोजगार के तहत नौकरी दी जाए। इसके अलावा 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और इस मामले के दोषियों को सख्त सजा दी जाए।

दीपक को जबरन बुलाया

मृतक की पत्नी प्रियंका ने बताया कि दीपक लगभग पांच सालों से पब्लिक हेल्थ विभाग में काम करता था। वो शिव कॉलोनी में रहने वाले ठेकेदार प्रदीप, सन्नी और प्रवीण के लिए काम करता था। 28 अक्टूबर को दीपक के पास प्रवीण का फोन आया और उसने एक से दो घंटे का काम बताकर बुलाया था। दीपक ने आने से मना किया था। उसने कहा था कि बेटा बीमार है, इसलिए आज काम पर नहीं आ सकता। इसके बावजूद भी जबरन दीपक को काम पर बुलाया गया।

ठेकेदार ने बोला झूठ

दीपक एक-दो घंटे में घर आने का कहकर चला गया। शाम को छह बजे उसके नंबर पर कॉल की, तो फोन किसी और ने उठाया और दीपक से बात कराने से इनकार कर दिया। थोड़ी देर बाद फिर कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ था। तीसरी बार कॉल करने पर ठेकेदार ने फोन उठाया। ठेकेदार ने बताया कि दीपक को सिर पर मामूली चोट आई है और जल्दी से अस्पताल पहुंचें। जब वो परिजनों समेत अस्पताल पहुंची तो डॉक्टरों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया था।

ठेकेदारों की लापरवाही के कारण हुई मौत

प्रियंका का कहना है कि सेक्टर 14 में सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा था। इस दौरान दीपक को बिना किसी सेफ्टी बेल्ट के 15 फीट गहरे नाले में काम करने के लिए उतारा गया। यहां ऊपर से उसके ऊपर मिट्टी गिरी और वो दब गया। ठेकेदार प्रदीप, प्रवीण कुमार, रवि, साहिल और सन्नी की लापरवाही के कारण दीपक की मौत हुई है। यहां पढ़ें पूरी खबर...

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