Satta King: सट्टा किंग धड़ल्ले से बेच रहा दिवाली बंपर लॉटरी के फर्जी टिकट, जानिये कैसे करें पहचान

Kolkata FF Fatafat Lottery
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देश के कई राज्यों में बंपर दिवाली लॉटरी का ऐलान हो चुका है, जिसके बाद ठग भी इस मौके का फायदा उठाने को तैयार हो चुके हैं।

देश की राजधानी दिल्ली समेत तमाम राज्यों में सट्टा बाजार पर प्रतिबंध लगा है, लेकिन कई राज्य ऐसे भी हैं, जहां लॉटरी को सरकारी स्वीकृति प्राप्त है। पंजाब भी ऐसा राज्य है, जहां लॉटरी खेली और खिलाई जाती है। खास बात है कि त्योहारों से पहले बंपर लॉटरी का भी ऐलान होता है, जिसमें जीतने वाले को करोड़ों का इनाम मिलता है। चूंकि दीपावली नजदीक है, लिहाजा पंजाब में डियर दिवाली बंपर लॉटरी 2024 के लिए टिकट बिक्री शुरू हो चुकी है।

खास बात है कि अवैध सट्टा बाजार चलाने वाले माफिया भी इस मौके को भुनाना चाहते हैं। लोगों को झांसा दे रहे हैं कि ऑनलाइन लॉटरी खरीदकर इस दिवाली पर करोड़पति बन सकते हैं। आज इस लेख में आपको इन कथित लॉटरी माफियाओं की साजिश को बेनकाब करेंगे, वहीं लॉटरी के नाम से होने वाली धोखाधड़ी से भी बच पाएंगे। तो चलिये सबसे पहले बताते हैं कि क्या पंजाब में ऑनलाइन लॉटरी खरीदी जा सकती है या नहीं...

पंजाब में लॉटरी पर ऑनलाइन बिक्री पर रोक

पंजाब सरकार ने लॉटरी को सरकारी स्वीकृति दे रखी है। राज्य सरकार की ओर से अधिकृत एजेंट लॉटरी के टिकट बेच सकते हैं। लेकिन, लॉटरी टिकट की ऑनलाइन बिक्री पर रोक लगा रखी है। यह रोक 2020 से लगी है। कारण यह है कि कुछ माफिया ने ऑनलाइन फर्जी टिकट बेचकर न केवल अधिकृत एजेंट को नुकसान पहुंचाया, बल्कि जनता से भी ठगी की।

पंजाब के मशहूर लॉटरी विक्रेता गांधी ब्रदर्स ने तो बाकायदा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर चेतावनी लिखी है कि ऑनलाइन गैरअधिकृत एजेंट से बचकर रहें वरना आप ठगी का शिकार हो सकते हैं।

लॉटरी वितरकों के नाम पर कर रहे ठगी

लॉटरी विक्रेताओं की मानें तो ऑनलाइन टिकट बिक्री पर प्रतिबंध के बाद सट्टा किंग ने चाल बदल ली है। ठग अब छोटे शहरों में लॉटरी विक्रेता के रूप में पहुंचकर फर्जी लॉटरी टिकट बेच देते हैं। इससे बचने के लिए एक नहीं बल्कि कई उपाय हैं।

लॉटरी विक्रेताओं का कहना है कि पंजाब राज्य लॉटरी का टिकट कागज में रूप में होता है। अधिकृत विक्रेताओं और वितरकों से ही लॉटरी की टिकट लेनी चाहिए। टिकट सही है, इसका पता करने के लिए राज्य की मुहर, बार कोड और प्रमुख सचिव के हस्ताक्षर समेत अन्य चेक प्वाइंट जांच सकते हैं। अगर गड़बड़ी दिखती है, तो न केवल टिकट खरीदने से बचें बल्कि पुलिस को भी सूचना देनी चाहिए ताकि कोई अन्य इन ठगों का शिकार न बने।

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ऑनलाइन लॉटरी मंगवाते समय इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप किसी अधिकृत लॉटरी विक्रेता से ऑनलाइन टिकट मंगवाते हैं, तो आपको रिजल्ट आने से कम से कम 15 दिन पहले ऑर्डर करना चाहिए। लॉटरी विशेषज्ञ बताते हैं कि कई लोग लास्ट समय में ऑनलाइन टिकट मंगवाते हैं। अधिकृत विक्रेता भी अंतिम समय में ऑनलाइन टिकट नहीं भेजते हैं, लेकिन ठगी करने वाले ऑर्डर असेप्ट कर लेते हैं। वे लॉटरी टिकट का प्रिंट आउट मोबाइल पर भेज देते हैं कि नंबर आया तो इनाम मिल जाएगा।

लेकिन, संबंधित राज्य सरकारों का निर्देश है कि इनाम के लिए कागजी टिकट होनी चाहिए। काट छांट या फिर कहीं से भी अक्षरों का मिटाव भी विजेता का क्लेम खारिज हो जाता है। अगर टिकट आपने खरीदा है, लेकिन टिकट किसी अन्य के पास है, तो वो क्लेम कर सकता है। मतलब साफ है कि जो नंबर लॉटरी में निकलता है, उसका टिकट जिसके हाथ में होता है, उसे ही इनाम मिलता है। ऐसे में ऑनलाइन टिकट मंगवाने की बजाए अधिकृत विक्रेता से ही लॉटरी का टिकट खरीदना चाहिए।

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