MCD Delhi: दिल्ली के इन इलाकों में अवैध और खतरनाक इमारतों पर चलेगा बुलडोजर, एमसीडी और पुलिस ने दी चेतावनी

उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर गांव में इमारत ढहने से 11 लोगों की मौत होने के बाद से दिल्ली नगर निगम और दिल्ली पुलिस अवैध इमारतों की पहचान में जुटी है। अब तक दयालपुर, मुस्तफाबाद, सीलमपुर, बृजपुरी और दिलशाद गार्डन में अभी तक 144 खतरनाक इमारतों की पहचान हो चुकी है। ऐसे में इन भवन मालिकों को नोटिस जारी किया जा रहा है। अगर तय समय के भीतर इमारतें खाली नहीं की जाती हैं, तो इन्हें ध्वस्त किया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया गया कि दयालपुर बिल्डिंग हादसे के बाद से एमसीडी के साथ मिलकर खतरनाक इमारतों का सर्वे किया गया। सर्वे में अभी तक 144 इमारतों को चिह्निंत किया है। इनमें से कई इमारतों ऐसी हैं, जहां अवैध रूप से चार से अधिक मंजिलें बनाई गई हैं। इसके अलावा, कुछ इमारतें ऐसी हैं, जो एक तरफ झुकी हैं। यही नहीं, इमारतें बेहद पुरानी है और सालों से मरम्मत कार्य तक नहीं कराया गया है।
उन्होंने बताया कि इन 144 इमारतें में से करीब 15 इमारतों को सील किया गया है क्योंकि यह किसी भी वक्त ढह सकती हैं। उन्होंने बताया कि इन जर्जर भवनों के मालिकों को नोटिस जारी कर इमारतें खाली करने को कहा गया है। अगर इमारतें खाली नहीं की जाती तो इन्हें ध्वस्त किया जा सकता है।
लोगों को बचाने वाले भी डर के साये में
दयालपुर बिल्डिंग हादसे में दिल्ली पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारियों ने लोगों को बचाने में अहम भूमिका निभाई थी। लेकिन, दिल्ली के पॉश इलाके कनॉट प्लेस स्थित फायर बिग्रेड का मुख्यालय 58 साल पुरानी इमारत में चल रहा है। ऐसे में इसकी हालत बेहद जर्जर हो चली है। दीवारों पर दरारें हैं, वहीं प्लास्टर भी उखड़ जाता है। इसकी वजह से यहां काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। एक अधिकारी का कहना है कि इस इमारत को अत्याधुनिक और बहुमंजिला बनाया जाएगा। इसके लिए बिल्डिंग का नक्शा भी तैयार हो चुका है। लेकिन, नई बिल्डिंग बनने तक सुरक्षा का भय बना रहेगा।
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