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बिलासपुर जिले तीसरे चरण के मतदान से पहले एक बार फिर कांग्रेस में लेटर बम फूटा हैं। जहां ब्लाक कांग्रेस कमेटी के ब्लाक अध्यक्ष ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ पीसीसी चीफ को पत्र लिखा है और उन पर गंभीर आरोप हैं। 

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले तीसरे चरण के मतदान से पहले एक बार फिर कांग्रेस में लेटर बम फूटा हैं। जहां ब्लाक कांग्रेस कमेटी के ब्लाक अध्यक्ष ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ पीसीसी चीफ को पत्र लिखा है और उन पर गंभीर आरोप हैं। 

ब्लॉक अध्यक्ष रमेश सूर्या ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को चिट्ठी लिखकर शिकायत की है। वही जिला अध्यक्ष गुट के ब्लॉक अध्यक्ष रमेश सूर्या द्वारा लिखी गई चिठ्ठी में कोटा विधायक पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया गया है। कांग्रेसियों ने साफ- साफ लिखा है कि, यदि कोटा विधानसभा में कांग्रेस हारती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी अटल श्रीवास्तव की होगी। 

जारी लेटर
जारी लेटर
जारी लेटर

विधायक बोले- ब्लॉक अध्यक्ष कर रहे मनमानी 

ब्लॉक अध्यक्ष की शिकायत पर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मेरे खिलाफ झूठी शिकायत की गई है। कांग्रेस संगठन एक तरफ और ब्लॉक अध्यक्ष अपनी मनमानी कर रहे हैं। वो अकेले एक तरफ खड़े हैं। बूथ से लेकर हर एक कार्यकर्ता पूरे ईमानदारी के साथ कांग्रेस पार्टी के हित में और प्रत्याशी को चुनाव जीतने के लिए लगे हुए है। ये शिकायत कांग्रेस के छवि को धूमिल करने की साजिश का हिस्सा है।

अरुण सिसोदिया ने पार्टी नेताओं पर 5 करोड़ 89 लाख रुपये गबन का लगाया था आरोप 

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से अंतर्कलह से जूझती दिखाई दे रही थी। प्रदेश महासचिव अरुण सिंह सिसोदिया ने पत्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर प्रदेश महासचिव अरुण सिंह सिसोदिया ने पार्टी के 5 करोड़ 89 लाख रुपये गबन का आरोप लगाया था। पीसीसी चीफ बैज को लिखे पत्र में महासचिव सिसोदिया ने कहा था कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने अपने मित्र और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनितिक सलाहकार विनोद वर्मा के बेटे की कंपनी टेसू मीडिया लैब गाजियाबाद को 5 करोड़ 89 लाख रुपए बिना तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम व प्रभारी महामंत्री की जानकारी या अनुमति के भुगतान कर दिया। जबकि कोषाध्यक्ष को कार्यादेश जारी करने की अनुमति नहीं थी। पार्टी बायलाज के अनुसार प्रदेश कार्यकारणी में प्रस्ताव लाकर पास करना आवश्यक है और प्रदेश अध्यक्ष से नोटशीट का एप्रूवल लिया जाना जरूरी है। 


 

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