भूमिपूजन हुआ पर बनी नहीं सड़क : कीचड़ और दलदल से भर गया रास्ता, ग्रामीणों की बढ़ी मुसीबतें

muddy road
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कीचड़-दलदल में तब्दील रास्ता
दो साल पहले सड़क बनाने की घोषणा कर भूमिपूजन किया गया था। लेकिन अब तक सड़क नहीं बना है। बल्कि रास्ता कीचड़ और दलदल से भर गया है। 

प्रेमलाल पाल- धरसींवा। छत्तीसगढ़ के धरसींवा में मढ़ी-कोदवा पहुंच मार्ग जर्जर हो चुका है। बारिश के चलते कीचड़ में दलदल सा हो गया है। ग्रामीण यहां पर पक्की सड़क बनाने की मांग करते-करते थक चुके हैं। लेकिन अब तक जिम्मेदारों के कान में जूं तक नहीं रेंगा। इस मार्ग पर दशकों से राजनीति हो रही है लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका है।

यह सड़क धरसींवा विधानसभा के अंतर्गत आता है। मढ़ी से कोदवा का यह मार्ग लगभग 7 किमी का है। यहां पर चौबीस घंटे आवाजाही होती रहती है। रास्ते के गढ्ढे और कीचड़ दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। बारिश के बाद तो हालत और भी ज्यादा खराब हो जाती है। आवाजाही में काफी परेशानियां होती है। छोटे-छोटे स्कूली बच्चे भी इसी रास्ते से गुजरते हैं। आधे घंटे के इस रास्ते को पार करने में तकरीबन डेढ़ घंटे लग जाते हैं। यहां चलते समय अक्सर लोग गिर जाते हैं या कीचड़ में फंस जाते हैं। वहीं बाइक सवार फिसलकर सीधे खेतों में पहुंच जाते हैं।

घोषणा-भूमिपूजन के बाद भी नहीं बनीं सड़क

ग्रामीणों की मांग पर दो साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने इस सड़क को पक्का करने की घोषणा की थी। इसके बाद पूर्व विधायक ने भूमिपूजन भी किया था। लेकिन फिर आगे कोई काम हुआ ही नहीं। जिम्मेदारों ने भी अपना पल्ला झाड़ लिया। घोषणा और भूमिपूजन की खबरों ने सूर्खियां बटोर ली और फिर कहानी खत्म हो गई।

जर्जर सड़क है ‘नरक’ का मार्ग - ग्रामीण

ग्रामीण मढ़ी-कोदवा पहुंच मार्ग को ‘नरक’ का मार्ग कहने लगे हैं। यहां पर चलना बहुत बड़ी चुनौती है। पहले तो सड़क खोजना पड़ता है। फिर गढ्ढे पार करना होते हैं, फिर फिसलन और कीचड़ भी। इतनी सारी मुसीबतों को पार करके ही आगे बढ़ा जा सकता है। इस दौरान कई लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए ही ग्रामीण इस मार्ग को नरक का मार्ग कहने लगे हैं।

वर्तमान सरकार ने निर्माण कार्यों पर लगाया रोक- पूर्व विधायक अनीता योगेंद्र

धरसींवा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा से बातचीत के दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि, मेरे कार्यकाल में मैंने बड़ी जवाबदारी के साथ जनहित कार्यों को कराने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री को अवगत कराया था। इसके बाद सभी सड़कों का नव निर्माण कराने के लिए लागत राशि सहित घोषणा की गई थी। हमने इन सड़कों को कोदवा-मढ़ी, कुरूद-गोढ़ी, मुहरेंगा-खौली डबरी मार्ग, सोनतरा-रायखेढ़ा मार्ग और फोरलेन टेकरी से दौहन पहुंच मार्ग बनवाने के लिए भूमिपूजन भी किया। लेकिन वर्तमान सरकार ने इन सड़कों के निर्माण कार्य में रोक लगा रखा है जिसके कारण सड़क नहीं बन पाया है।

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