चंद्रबाबू नायडू की NDA में वापसी पक्की: आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए TDP के साथ BJP ने बनाया हिट फॉर्मूला

Chandrababu Naidu Set to Rejoin NDA: लोकसभा चुनाव से पहले तेलुगु देशम पार्टी (TDP) नेता चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इससे पहले सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत चल रहा है। भाजपा ने सीटों को लेकर हिट फॉर्मूला बनाया है, यदि सबकुछ अच्छा रहा तो चंद्रबाबू नायडू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन 400 पार के सहयोगी बनते नजर आएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, सीट बंटवारे के फॉर्मूले में आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी को 18 सीटें, एक्टर पवन कल्याण की जन सेना को दो सीटें और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पांच सीटें आवंटित करना शामिल है। माना जा रहा है कि तेलुगु देशम पार्टी जल्द ही बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में फिर से शामिल होने की घोषणा करेगी। बीजेपी और टीडीपी दोनों के सूत्रों ने स्वीकार किया है कि टीडीपी की एनडीए में वापसी की घोषणा 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले होगी।
आंध्र प्रदेश में एकसाथ होंगे लोकसभा और विधानसभा चुनाव
आंध्र प्रदेश में इस साल लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे। आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं और भाजपा छह से आठ सीटों के बीच कहीं भी चुनाव लड़ने की इच्छुक है। आंध्र प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल टीडीपी ने 2014 का लोकसभा चुनाव एनडीए के साथ लड़ा था, जब तेलंगाना औपचारिक रूप से अलग नहीं हुआ था। भाजपा ने तब संयुक्त आंध्र प्रदेश राज्य की 42 सीटों में से तीन सीटों पर चुनाव लड़ा था और सभी पर जीत हासिल की थी।
2018 में एनडीए का छोड़ा था साथ
2018 में तेलुगु देशम पार्टी ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था। हालांकि, 2019 के चुनावों में पार्टी के लिए इसका गंभीर असर पड़ा, जहां वह केवल तीन लोकसभा सीटें हासिल करने में सफल रही। वहीं सत्ता से भी हाथ धोना पड़ा। जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस ने सत्ता संभाली।
पिछले महीने अमित शाह से की थी मुलाकात
पिछले महीने चंद्रबाबू नायडू ने नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की, जिससे टीडीपी की एनडीए में वापसी की अटकलें तेज हो गईं। नायडू ने गृह मंत्री के आवास पर शाह से मुलाकात की, जहां जेपी नड्डा भी मौजूद थे।
यदि नायडू एनडीए में लौटते हैं, तो जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिछले महीने महागठबंधन से नाता तोड़कर उसके साथ शामिल होने के बाद ऐसा करने वाली यह दूसरी प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी होगी।
