SEBI Action on Adani Group: अडानी समूह की 6 कंपनियों को SEBI ने जारी किया नोटिस, कई नियमों के उल्लंघन पर मांग जवाब

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SEBI  Action on Adani Group: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अडानी समूह (Adani Group) की 6 कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
SEBI Action on Adani Group: SEBI  Action on Adani Group: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अडानी समूह (Adani Group) की 6 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है और उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है। ये नोटिस कंपनियों की ओर से कई नियमों का उल्लंघन करने के लिए यह नोटिस जारी किए गए हैं।

SEBI Action on Adani Group: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अडानी समूह (Adani Group) की 6 कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है और उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है। ये नोटिस कंपनियों की ओर से कई नियमों का उल्लंघन करने के लिए यह नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें पार्टी लेनदेन से संबंधित उल्लंघन, लिस्टिंग नियमों का पालन न करना और ऑडिटर सर्टिफिकेट में अनियमितताएं शामिल हैं। अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी पावर, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी विल्मर और अडानी टोटल गैस को यह नोटिस जारी किए गए हैं।

अडानी ग्रुप ने की सेबी की ओर से नोटिस मिलने की पुष्टि
एशिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडानी के नेतृत्व वाली अडानी एंटरप्राइजेज ने 31 मार्च को समाप्त तिमाही के लिए दो कारण बताओ नोटिस मिलने की बात स्वीकार की है। वहीं अडानी ग्रुप की कंपनियों का कहना है इन नोटिस पर कानूनी राय ली गई है। SEBI से मिले नोटिस का कंपनियों पर ज्यादा असर नहीं होगा। हालांकि, अडानी विल्मर और अडानी टोटल गैस ने ऑडिटर्स ओपिनियन जारी की है। इससे पता चलता है कि SEBI के जांच परिणाम भविष्य में इन कंपनियों के फाइनेंनशियल स्टेटमेंट को प्रभावित कर सकते हैं।

हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर लगाए गए कई आरोप
बता दें कि SEBI की ओर से से जारी ये नोटिस अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी ग्रुप के खिलाफ लगाए गए आरोपों की सेबी की जांच के बाद जारी किए गए हैं।डानी पोर्ट्स और एसईजेड के मुताबिक अडानी ग्रुप पर आवश्यक मंजूरी नहीं ली और फाइनेंनिशयल विवरणों और एन्युअल रिपोर्ट में उचित खुलासे नहीं करने, समाप्त हो चुके अनुबंधों के लिए सिक्योरिटी डिपोजिट की रकम की वापसी नहीं करने के आरोप हैं। अडानी पावर ने सेबी के नोटिस का जवाब दिया है। SEBI ने कंपनी पर आरोप लगाया है कि कुछ लेनदेन वित्तीय विवरणों में रिपोर्ट नहीं किए गए थे और इसके लिए जरूरी मंजूरी भी नहीं ली गई थी।

इस साल गौतम अडानी की संपत्ति में हुई है वृद्धि
SEBI ने अगस्त में सुप्रीम कोर्ट को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि जांच के दौरान 13 रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन की पहचान की। ये आरोप जनवरी 2023 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद सामने आया। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप द्वारा 6,000 से ज्यादा पार्टी ट्रांजैक्शन के बारे में चिंता जताई गई थी। इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई थी।हालांकि, अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का खंडन किया था। इसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में हाल के दिनों में सुधार देखने को मिल रहा है। गौतम अडानी मौजूदा समय में दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में 13वें स्थान पर हैं, उनकी कुल संपत्ति 99.1 अरब डॉलर है। इस साल गौतम अडानी की संपत्ति में 14.8 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है।

अडानी ग्रुप के खिलाफ SEBI की जांच में अब तक क्या हुआ:

  • हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी, 2023 को अडानी समूह के खिलाफ आरोप लगाए, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय समिति का गठन किया। सेबी को भी जांच का जिम्मा सौंपा गया।
  • 2 मार्च, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाई और सेबी को जांच के लिए दो महीने का समय दिया। सेबी ने बाद की सुनवाई के दौरान छह महीने के विस्तार का अनुरोध किया, जिसे पीठ ने अगस्त तक बढ़ा दिया।
  • 14 अगस्त तक, सेबी ने अपनी जांच को अंतिम रूप देने के लिए 15 दिन का और विस्तार मांगा। 25 अगस्त को, सेबी ने सुप्रीम कोर्ट में एक स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें 22 जांच पूरी होने और दो शेष लंबित होने का खुलासा किया गया।
  • 24 नवंबर, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की सत्यता पर सवाल उठाते हुए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।
  • 3 जनवरी, 2024 को, सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को शेष जांच पूरी करने के लिए अतिरिक्त तीन महीने का समय दिया, यह देखते हुए कि 24 में से 22 मामलों का समाधान किया जा चुका है।
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