ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत, भारतीय डिप्लोमैट्स की गैस-पानी सप्लाई रोकी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में भारतीय राजनयिकों की गैस, पानी और अखबार की सप्लाई रोक दी। यह कदम वियना कन्वेंशन का उल्लंघन है। जानें पूरी घटना और इसका इतिहास।
Indian diplomats Islamabad
Vienna Convention Violation: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की शर्मनाम हरकत सामने आई है। इस्लामाबाद में उसने भारतीय राजनयिकों के घरों में गैस सप्लाई रोक दी। इतना ही नहीं, मिनरल वाटर और अखबार की सप्लाई भी रोक दी गई है। जिससे भारतीय डिप्लोमैट्स व उनका परिवार मुश्किल दौर से गुजर रहा है।
इस्लामाबाद में गैस सिलेंडर सप्लायर्स को निर्देशित किया गया है कि वह भारतीय डिप्लोमैट्स को सिलेंडर न बेचें। पाकिस्तान सरकार का यह कदम पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की उस योजना का हिस्सा है। जिसके तहत भारत के खिलाफ अन्य छोटी-छोटी बदले की कार्रवाइयाँ की जा रही हैं।
भारत का जवाब
पाकिस्तान की यह हरकत नई नहीं है। पहले भी कर वह ऐसी हरकतें कर चुका है। 2019 में पुलवामा हमले के बाद हुई भारत की एयर स्ट्राइक से चिढ़कर पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारतीय राजनयिकों को परेशान किया था। जबकि, 2018 में दोनों देशों ने एक-दूसरे के साथ वियना कन्वेंशन का पालन करने का वादा किया था, लेकिन पाकिस्तान बार-बार उल्लंघन कर रहा है।
वियना कन्वेंशन क्या है?
वियना कन्वेंशन ऑन डिप्लोमैटिक रिलेशंस (1961) के आर्टिकल 25 के तहत, मेजबान देश को विदेशी मिशनों के सुचारू संचालन के लिए सभी सुविधाएं देनी होती हैं। पाकिस्तान द्वारा गैस, पानी और अखबार की सप्लाई रोकना सीधा उल्लंघन है।
ऑपरेशन सिंदूर
7 मई की रात भारतीय वायुसेना ने पीओके में आतंकियों के 9 ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय और जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के ठिकाने शामिल थे। सेना के मुताबिक, 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे।
पाकिस्तान का यह कदम न केवल राजनयिक शिष्टाचार के खिलाफ है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून का भी उल्लंघन है। इससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव और बढ़ सकता है। भारत ने अब दिल्ली में तैनात पाकिस्तानी राजनयिकों को अखबार पहुंचाना बंद कर दिया है।