पाकिस्तान: खैबर पख्तूनख्वा में एयर स्ट्राइक, 30 नागरिकों की मौत, सेना ने करवाई से किया इनकार
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के तिराह घाटी में एयर स्ट्राइक से 30 नागरिकों की मौत हुई। चश्मदीदों के मुताबिक JF-17 लड़ाकू विमानों ने बम गिराए, जबकि पाक सेना ने हमले से इनकार कर इसे आतंकी विस्फोट बताया।
Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में रविवार (21 सितंबर) तड़के तिराह घाटी के मातरे दारा गांव पर हवाई हमले में कम से कम 30 नागरिकों की मौत हो गई। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला तड़के करीब 2 बजे हुआ, जिसने पूरे गांव को मलबे में तब्दील कर दिया।
क्या हुआ था?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन से मिले JF-17 थंडर फाइटर जेट्स ने आठ से अधिक LS-6 प्रिसिजन ग्लाइड बम गिराए। इससे कई धमाके हुए और दर्जनों लोग मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने इसे 'नरसंहार' बताया और कहा कि गांव में किसी भी तरह की आतंकी गतिविधि मौजूद नहीं थी।
कबायली नेताओं का विरोध
अकाखेल कबायली समुदाय ने हमले के बाद जिरगा बुलाया। इसमें फैसला लिया गया कि महिलाओं को दफनाया जाएगा, जबकि पुरुषों और बच्चों के शव कोर कमांडर हाउस के बाहर रखकर प्रदर्शन किया जाएगा। फिलहाल, खैबर चौक पर धरना प्रदर्शन जारी है।
पाकिस्तानी सेना का इनकार
पाकिस्तानी सेना ने एयर स्ट्राइक की खबरों को झूठा बताया और दावा किया कि यह विस्फोट आतंकियों द्वारा छिपाए गए विस्फोटक के कारण हुआ। सेना का कहना है कि आतंकियों ने आम नागरिकों के घरों और मस्जिदों के पास गोला-बारूद रखा हुआ था।
हालांकि, सूत्रों ने सेना के दावे को खारिज किया और पुष्टि की कि इसमें JF-17 विमानों और चीनी हथियारों का इस्तेमाल हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से पश्तूनों में नाराजगी और बढ़ सकती है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमनेस्टी इंटरनेशनल पहले भी पाकिस्तान की काउंटर-टेररिज्म कार्रवाई की आलोचना कर चुका है और इसे 'नागरिकों की जान की अनदेखी' करार दिया था।