PM Modi in Ukraine: यूक्रेन में जेलेंस्की से मिलकर पीएम मोदी बोले- हम बुद्ध की धरती से आते हैं, जहां युद्ध की कोई जगह नहीं
पीएम मोदी ने यूक्रेन में शांति और सहयोग का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने कहा हम बुद्ध की धरती से आते हैं, जहां युद्ध की कोई जगह नहीं।
PM Modi and Volodymyr Zelenskyy Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां पहुंचने पर मारिंस्की पैलेस में पीएम मोदी जोरदार स्वागत किया गया। पीएम मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। करीब तीन घंटे तक दोनों नेताओं के बीच अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने हयूमैनिटेरियन मदद, एग्रिकल्चर, मेडिकल और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाने के लिए समझौते किए।
यूक्रेन में पीएम मोदी का शांति का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान कहा कि भारत ने कभी युद्ध के मामले में तटस्थ रुख नहीं अपनाया। भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है। मोदी ने कहा, "हम बुद्ध की धरती से आते हैं, जहां युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की 140 करोड़ जनता मानवता से भरी है। मैं यूक्रेन की धरती पर शांति का संदेश लेकर आया हूं।
युद्ध में बच्चों की मौत पर पीएम मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने यूक्रेन में युद्ध के दौरान मारे गए बच्चों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "किसी भी युद्ध में बच्चों की मौत को स्वीकार नहीं किया जा सकता पीएम मोदी ने यूक्रेन नेशनल म्यूजियम में जंग में मारे गए बच्चों की याद में एक गुड़िया भी रखी। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी घटना सभ्य समाज के लिए मंजूर नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ग्लोबल कम्युनिटी को एकजुट होना चाहिए।
मानवता के लिए भारत मदद के लिए हमेशा तैयार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कि भारत हर स्थिति में मानवतावादी सहायता के लिए हमेशा तैयार रहेगा। भारत मानवीय मदद में दो कदम आगे बढ़कर हाथ बढ़ाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि मोदी और जेलेंस्की ने रूस से तेल खरीदने के भारत के फैसले पर भी चर्चा की। जयशंकर ने साफ किया कि यह फैसला केवल बाजार की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
व्यापार और आर्थिक संबंधों के लिए टीम होगी गठित
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की ने व्यापार और आर्थिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए एक अंतर-सरकारी कार्य बल की स्थापना पर सहमति जताई। इस टीम में भारत और यूक्रेन के विदेश मंत्री शामिल होंगे, और जयशंकर इसके अध्यक्ष होंगे। इस वर्ष के अंत तक इस टीम की बैठक होने की उम्मीद है। इस बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करना है।