चीन से लौटने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के बदले सुर, कहा- किसी को हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर मालदीव के साथ भारत के रिश्तों में खटास आ चुकी है। मालदीव में अभी चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू राष्ट्रपति हैं। शनिवार को यहां भारत समर्थक एडम अजीम को माले के मेयर चुनाव में जीत मिली।

Updated On 2024-01-14 09:01:00 IST
Maldives President Muizzu

Maldives India Diplomatic Row: भारत और मालदीव के रिश्तों में आई तल्खी के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) अपना हालिया चीन दौरा खत्म कर स्वदेश लौटे हैं। जहां उनकी मुलाकात राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत कई शीर्ष पदाधिकारियों से हुई। चीन से उन्हें 10.77 अरब रुपए की मदद मिली है। जिसके बाद उनके सुर बदल गए, उन्होंने भारत का नाम लिए बगैर कहा कि मालदीव छोटा देश हो सकता है, लेकिन इससे किसी को उन्हें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता।

दूसरी ओर, शनिवार को भारत समर्थक एमडीपी प्रत्याशी एडम अजीम माले के नए मेयर चुने गए। अजीम को मेयर चुनाव में शानदार जीत मिली है। इसे राष्ट्रपति मुइज्जू के लिए बड़ी शिकस्त के तौर पर देखा जा रहा है। राष्ट्रपति चुने जाने से पहले मुइज्जू माले के मेयर की कुर्सी संभाल चुके हैं। उन्होंने पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए मेयर का पद छोड़ दिया था। अभी भारत समर्थक पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद सोलेह मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के आलाकमान हैं। वह राष्ट्रपति चुनाव में चीन समर्थक मुइज्जू से हार गए थे।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने भारत विरोधी टिप्पणियां की थीं, जिसके विरोध में बायकॉट मालदीव कैंपेन शुरू हो गया। इस मामले को लेकर दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर पर विवाद बढ़ गया है। हालांकि, मुइज्जू ने अपने ताजा बयान में भारत का नाम लिया, लेकिन 'धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता' को साफ तौर पर भारत के लिए कटाक्ष माना जा रहा है।  
 
चीन से लौटकर मुइज्जू और क्या बोले?
राष्ट्रपति मोइज्जू ने आगे कहा, ''हमारे पास विशाल हिंद महासागर में कई छोटे द्वीप हैं। यह महासागर किसी खास देश का नहीं, बल्कि हिंद महासागर इस इलाके में स्थित सभी देशों का है। व्यापार के लिए 9 लाख स्क्वायर किलोमीटर का विशाल स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) भी है। मालदीव हिंद महासागर में सबसे बड़े हिस्से वाले देशों में शामिल है। हम किसी से पिछड़े या बैकवर्ड नहीं हैं, बल्कि हम एक स्वतंत्र और संप्रभु राज्य हैं। मालदीव में विकास कार्यों के लिए चीन ने 130 मिलियन डॉलर की मदद देने की बात कही है। इस मदद का बड़ा हिस्सा सड़कों के विकास पर खर्च किया जाएगा।''

पिछले साल भी चीन दौरे पर गए थे मुइज्जू
बता दें कि पिछले साल नवंबर में कार्यभार संभालने के बाद राष्ट्रपति मुइज्जू अपने पहले आधिकारिक विदेश दौरे पर चीन पहुंच गए थे।
 

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