'अब जिद छोड़ो, मान भी जाओ, भारत से बात करो': चीन परस्त Muizzu को मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति की सलाह

Maldives News: सोलिह ने कहा कि मालदीव पर चीन का 18 बिलियन एमवीआर का कर्ज है, जबकि भारत का 8 बिलियन एमवीआर का कर्ज है और भुगतान की अवधि 25 वर्ष है।

Updated On 2024-03-25 10:10:00 IST
Maldives President Muizzu

Maldives News: मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने चीन परस्त वर्तमान राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को भारत से संबंध सुधारने की सलाह दी है। दरअसल, मालदीव की हालत खस्ता होती जा रही है। कर्ज भी बढ़ता रहा है। मुइज्जू के पास इसका कोई हल नहीं है।  

मोहम्मद सोलिह ने कहा है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को जिद्दी होना बंद करना चाहिए और वित्तीय चुनौतियों से पार पाने के लिए पड़ोसियों के साथ बातचीत करनी चाहिए। सोलिह का इशारा भारत की तरफ था। उनकी ये टिप्पणी तब सामने आई है जब कुछ दिनों पहले मुइज्जू ने भारत से कर्जा अदा करने के लिए राहत प्रदान करने का आग्रह किया था।

मुइज्जू ने सोलिह को हराया था
पिछले साल सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव में 45 वर्षीय मुइज्जू ने 62 वर्षीय सोलिह को हराया था। माफन्नू में चार सीटों से चुनाव लड़ रहे मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के संसदीय उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के लिए माले में एक कार्यक्रम में बोलते हुए सोलिह ने कहा कि उन्होंने मीडिया रिपोर्टें देखी हैं, जो बताती हैं कि मुइज्जू कर्ज में रियायत के लिए भारत से बात करना चाहते हैं।

चीन का 18 तो भारत 8 बिलियन कर्ज
एक समाचार पोर्टल ने सोलिह के हवाले से कहा लेकिन वित्तीय चुनौतियां भारतीय कर्ज के कारण नहीं हैं। सोलिह ने कहा कि मालदीव पर चीन का 18 बिलियन एमवीआर का कर्ज है, जबकि भारत का 8 बिलियन एमवीआर का कर्ज है और भुगतान की अवधि 25 वर्ष है। हालांकि, मुझे विश्वास है कि हमारे पड़ोसी मदद करेंगे। हमें जिद्दी होना बंद करना चाहिए और बातचीत करनी चाहिए। कई पार्टियां हैं जो हमारी मदद कर सकती हैं। लेकिन मुइज्जू समझौता नहीं करना चाहते हैं। 

पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार जनता को धोखा दे रही है और एमडीपी सरकार द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं को दोबारा शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री अब उस झूठ को छुपाने के लिए झूठ बोल रहे हैं।

मुइज्जू के गद्दी पर बैठते ही रिश्ते हुए खराब
मुइज्जू ने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान और उसके बाद भारत की आलोचना की थी और नवंबर में उनके पदभार संभालने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए हैं।

उन्होंने मालदीव में मानवीय और चिकित्सा निकासी के लिए उपयोग किए जाने वाले तीन विमानन प्लेटफार्मों पर तैनात 88 भारतीय सैन्य कर्मियों को 10 मई तक पूरी तरह से वापस बुलाने की मांग की है। 26 भारतीय सैन्य कर्मियों का पहला बैच पहले ही द्वीप राष्ट्र छोड़ चुका है और उनकी जगह नागरिकों ने ले ली है।

अपने पहले मीडिया इंटरव्यू में मुइज्जू ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है या ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते में तनाव आए।

मालदीव समाचार पोर्टल गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा कि भारत मालदीव का सबसे करीबी सहयोगी बना रहेगा और इस बात पर जोर दिया कि इसके बारे में कोई सवाल ही नहीं है।

अब तक मुइज्जू ने भारत का दौरा नहीं किया
मालदीव में 21 अप्रैल को होने वाले संसद चुनाव से पहले मुइज्जू की भारत के प्रति सौहार्दपूर्ण टिप्पणियां आईं। उन्हें अभी तक भारत का दौरा नहीं किया है, हालांकि नई सरकार को सत्ता संभाले चार महीने हो चुके हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मालदीव के राष्ट्रपतियों की पहली विदेश यात्रा हमेशा भारत की रही है। हालांकि, मुइज्जू ने जनवरी में अपनी पहली राजकीय यात्रा करते हुए चीन का दौरा किया।

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