Water Strike: पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका; भारत ने बगलिहार डैम से चिनाब नदी का पानी रोका, Pak को कितना नुकसान?
India-Pakistan Tension: सिंदु जल समझौते को रद्द करने के बाद भारत ने रविवार (4 मई) को चिनाब नदी पर बने बगलिहार डैम से पाकिस्तान की ओर जाने वाला पानी रोक दिया है। इंडिया उत्तरी कश्मीर में किशनगंगा डैम से भी पानी रोकने की तैयारी कर रहा है।
India-Pakistan Tension: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका दिया है। सिंदु जल समझौते को रद्द करने के बाद भारत ने रविवार (4 मई) को चिनाब नदी पर बने बगलिहार डैम से पाकिस्तान की ओर जाने वाला पानी रोक दिया है। सूत्रों के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर में किशनगंगा डैम से भी पानी रोकने की तैयारी चल रही है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में स्थित बगलिहार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से चिनाब नदी का पानी रोक दिया गया है। इस डैम से पाकिस्तान को मिलने वाले पानी की मात्रा को कंट्रोल किया जा सकता है। अब किशनगंगा डैम पर भी ऐसी ही कार्रवाई की योजना है, जो झेलम नदी की सहायक नीलम नदी पर बना है।
#WATCH | J&K: Latest visuals from Ramban where all gates of Baglihar Hydroelectric Power Project Dam on Chenab River are closed. pic.twitter.com/aqyAQOoMCY
— ANI (@ANI) May 4, 2025
पहलगाम हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द किया
गौरतलब है कि 26 पर्यटकों की हत्या वाले पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया था। यह समझौता विश्व बैंक की मध्यस्थता से तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच हुआ था। भारत-पाकिस्तान के बीच तीन युद्धों के बावजूद यह समझौता कायम रहा था।
पाकिस्तान को कितना नुकसान?
पाकिस्तान के लिए यह फैसला बड़ा झटका साबित हो सकता है क्योंकि सिंधु नदी प्रणाली देश की कृषि और पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत है। बगलिहार डैम लंबे समय से दोनों देशों के बीच विवाद का विषय रहा है। पाकिस्तान पहले भी इस परियोजना को लेकर विश्व बैंक से मध्यस्थता की मांग कर चुका है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला पाकिस्तान पर दबाव बनाने की भारत की बड़ी रणनीति का हिस्सा है।