युद्ध का 9वां दिन: इजराइली हमले में ईरान के ड्रोन कमांडर की मौत, ईरान ने तेल अवीव पर दागी मिसाइल

Israel-Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध का शनिवार (21 जून) को 9वां दिन है। 8 दिन से चल रही जंग में इजराइल के 24 लोगों की मौत हुई। 900 से ज्यादा घायल हैं। ईरान में 657 लोगों की मौत हुई। 2000 से ज्यादा घायल हैं। पल-पल का अपडेट जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।

Updated On 2025-06-23 09:53:00 IST

Iran-Israel war Saturday 21 June live update

Israel-Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध का शनिवार (21 जून) को 9वां दिन है। ईरान ने इजराइल में तेल अवीव समेत दूसरे शहरों पर मिसाइल हमला किया। इमारतों को नुकसान पहुंचा। इजराइल ने भी जवाबी हमला बोला। इजराइल ने ईरान के कोम और इस्फहान में मिसाइलें दागीं। हमले में ईरान के ड्रोन कमांडर अमीन पोर जोदखी की मौत की खबर है। इजराइल अब तक ईरान के 12 से ज्यादा सैन्य अफसरों की हत्या कर चुका है। 8 दिन से चल रही जंग में इजराइल के 24 लोगों की मौत हुई। 900 से ज्यादा घायल हैं। ईरान में 657 लोगों की मौत हुई। 2000 से ज्यादा घायल हैं। पल-पल का अपडेट जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।

12 से ज्यादा सैन्य अफसरों की हत्या
इजराइली सेना ने शनिवार को दावा किया है कि उसने ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) की ड्रोन यूनिट (UAV) के दूसरे सबसे बड़े कमांडर अमीन पोर को मार गिराया है। इजराइल ने 13 जून को ड्रोन यूनिट के चीफ ताहर फुर की हत्या कर दी थी। इसके बाद से जोदखी के पास ही ड्रोन यूनिट की जिम्मेदारी थी। इजराइल अब तक ईरान के 12 से ज्यादा सैन्य अफसरों की हत्या कर चुका है। इसमें ईरानी सेना के चीफ मोहम्मद बाघेरी, IRGC चीफ होसैन सलामी समेत कई और बड़े नाम हैं। 

इजराइल के पास परमाणु ठिकाने तबाह करने की क्षमता नहीं 
इज़राइली विदेश मंत्री गिडोन सार ने कहा है कि उनकी सेना की कार्रवाई ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को दो से तीन वर्षों के लिए पीछे धकेल दिया है। सार के अनुसार, ऑपरेशन सफल रहा। सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। वहीं, अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा-इज़राइल के पास इतनी सैन्य क्षमता नहीं है कि वह ईरान के परमाणु ठिकाने को पूरी तरह तबाह कर सके। ट्रम्प ने कहा-परमाणु केंद्र पहाड़ की सतह से 80 मीटर नीचे है। इतनी गहराई तक हमला कर पाना इज़राइल के लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा-इज़राइल कुछ हद तक क्षति पहुंचा सकता है, लेकिन पूरी तरह से नष्ट नहीं कर सकता।

जानिए कैसे शुरू हुई जंग
बता दें कि इजरायली सेना ने शुक्रवार (13 जून) को सुबह सबसे पहले ईरान पर पहला अटैक किया। हमले को Operation Rising Lion नाम दिया। इजरायल ने 200 फाइटर जेट से ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। इजराइल ने परमाणु और कई मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया था। हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी अली शामखानी और आईआरजीसी की एयरफोर्स के कमांडर आमिर अली हाजीजादेह सहित 14 वैज्ञानिक और 20 से ज्यादा मिलिट्री कमांडर मारे गए। 

अब तक कहां, कितनी मौतें
ईरान ने शनिवार (14 जून) को पलटवार किया। ईरान ने जवाबी हमले को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया। ईरान ने सैकड़ों मिसाइलें दागीं। 8 दिन से चल रही जंग में ईरानी हमले में इजरायल में 24 लोगों की मौत। 900 से ज्यादा घायल हैं। इजराइल के हमलों में अब तक ईरान में कम से कम 657 लोगों की मौत हो चुकी है। 2000 लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी अमेरिका के वॉशिंगटन में स्थित 'ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स' नाम के ग्रुप ने दी है। 

Live Updates
2025-06-21 18:20 IST

ईरान के तेहरान से एक और विमान शनिवार शाम (21 जून) को भारतीयों को लेकर दिल्ली लेकर आया। इस फ्लाइट में 310 भारतीय छात्र थे।

2025-06-21 11:49 IST

ईरान से 290 भारतीय लौटे दिल्ली
इजराइली हमलों से ईरान में हालात बिगड़ गए हैं। भारत सरकार ने युद्ध के बीच से भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु लॉन्च किया है ऑपरेशन सिंधु के तहत शुक्रवार देर रात 290 भारतीय नागरिक दिल्ली लौटे। इनमें से ज्यादातर कश्मीर के छात्र हैं। इसके अलावा कुछ यात्री दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल से भी हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अब तक 517 भारतीय नेशनल स्वदेश लौट चुके हैं। शुक्रवार देर रात 2 बैच में 407 भारतीय लौटे। इससे पहले 19 जून को 110 छात्र आर्मेनिया और दोहा के रास्ते भारत पहुंचे थे। एक और फ्लाइट शनिवार शाम तक आ सकती है। 


2025-06-21 11:20 IST

ईरान में 60 घंटे से इंटरनेट बंद 
ईरान में 60 घंटे से इंटरनेट पूरी तरह बंद है। इंटरनेट निगरानी करने वाले नेटब्लॉक्स ने इंटरनेट बंद होने से लोग अपनी बात नहीं कह पा रहे, एक-दूसरे से ठीक से बात नहीं कर पा रहे और जरूरी सुरक्षा अलर्ट भी नहीं मिल पा रहे। ईरान में 18 जून से इंटरनेट बंद है। सरकार का कहना है कि इजराइली साइबर हमलों से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है।

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