युद्ध का 11वां दिन: ईरान के 6 एयरपोर्ट पर एयरस्ट्राइक, 15 सैन्य विमान और हेलिकॉप्टर तबाह
Israel-Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध का सोमवार (23 जून) को 11वां दिन है। जंग में अब तक इजराइल के 24 लोगों की मौत हुई। ईरान में 657 लोगों की मौत हुई। अमेरिका भी ईरान पर अटैक कर रहा है। पल-पल का अपडेट जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।
Israel VS Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध का सोमवार (23 जून) को 11वां दिन है। इजराइली एयरफोर्स ने रविवार (22 जून) को देर रात ईरान के शाहरुद में बैलिस्टिक मिसाइल का इंजन बनाने वाली फैक्ट्री पर बमबारी की। हमले में इंजन बनाने वाली कई मशीनें और जरूरी इक्विपमेंट तबाह हो गए। इजराइल ने तेहरान, केरमांशाह और हमादान में भी एयर स्ट्राइक की। अमेरिका ने ईरान में 3 परमाणु ठिकानों पर हमला करके जंग में एंट्री की। ईरान ने इजराइल पर मिसाइल अटैक कर नेस जियोना में तबाही मचाई। ईरान में अब तक 657 लोगों की मौत हुई है। 2000 से ज्यादा घायल हैं। इजराइल में 24 लोग मारे गए हैं। 900 से ज्यादा घायल हैं। पल-पल का अपडेट जानने के लिए हमारे (haribhoomi.com) लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।
आइए जानें कैसे हुई जंग की शुरुआत
इजरायली सेना ने शुक्रवार (13 जून) को सबसे पहले ईरान पर पहला अटैक किया। हमले को Operation Rising Lion नाम दिया। इजरायल ने 200 फाइटर जेट से ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। इजराइल ने परमाणु और कई मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया था। हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी अली शामखानी और आईआरजीसी की एयरफोर्स के कमांडर आमिर अली हाजीजादेह सहित 14 वैज्ञानिक और 20 से ज्यादा मिलिट्री कमांडर मारे गए।
अब तक कहां, कितनी मौतें
ईरान ने शनिवार (14 जून) को पलटवार किया। ईरान ने जवाबी हमले को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया। ईरान ने सैकड़ों मिसाइलें दागीं। इसके बाद से दोनों के बीच ताबड़तोड़ ड्रोन और मिसाइल हमले शुरू हो गए। दोनों देश एक-दूसरे पर हमला कर तबाही मचा रहे हैं। रविवार (22 जून) को अमेरिका ने युद्ध में एंट्री मारी। अमेरिका ने ईरान में 3 परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान में हमला किया। इस ऑपरेशन में 7 B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स ने हिस्सा लिया था, जिन्होंने ईरान के फोर्डो और नतांज न्यूक्लियर ठिकानों पर 13,608 किलो वजनी बंकर बस्टर बम गिराए। 10 दिन से चल रही जंग में ईरानी हमले में इजरायल में 24 लोगों की मौत। 900 से ज्यादा घायल हैं। इजराइल के हमलों में अब तक ईरान में कम से कम 657 लोगों की मौत हो चुकी है। 2000 लोग घायल हुए हैं।
मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल ने ईरान को युद्ध समाप्त करने का प्रस्ताव भेजा है, लेकिन ईरान इसे नकार दिया और कहा कि अभी समय नहीं आया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने सीरिया में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब एक दिन पहले ही अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकनों - फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर एयरस्ट्राइक किया था। ऐसे में अगर ईरान अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला करता है तो यह युद्ध और भयावह हो सकता है।
ईरान के 6 एयरपोर्ट पर एयरस्ट्राइक, ईरान ने इजराइली ड्रोन मार गिराया
इजराइली सेना ने ईरान के छह एयरपोर्ट मशहद, तेहरान, हमादान, देजफुल, शाहिद बख्तरी और तबरीज पर हवाई हमला किया। सेना ने बयान जारी कर बताया कि उसने ड्रोन हमलों के जरिए ईरान के 15 सैन्य विमान और हेलिकॉप्टर नष्ट कर दिए हैं। हमलों में हवाई पट्टियों, अंडरग्राउंड बंकरों, एक ईंधन भरने वाले विमान और ईरान के F-14, F-5 और AH-1 जैसे लड़ाकू विमानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। ईरान ने भी इजराइल के एक हर्मीस ड्रोन को मार गिराया।
आज होगी बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को नेशनल सिक्योरिटी टीम के साथ बैठक करेंगे। बैठक में ईरान के साथ जारी तनावपूर्ण हालात पर चर्चा होगी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा-दुनियाभर में अमेरिकी नागरिकों और अमेरिकी हितों के खिलाफ प्रदर्शन हो सकते हैं। ऐसे में सभी अमेरिकी नागरिकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।
फ्रांस अपने नागरिकों को निकालेगा
फ्रांस ने अपने नागरिकों को इजराइल से सुरक्षित निकालने के लिए एक मिलिट्री प्लेन A400M भेज रहा है। इन मिलिट्री प्लेन के जरिए इजराइल से निकाले गए लोगों को पहले साइप्रस लाया जाएगा। फ्रांस के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक लगभग 2.5 लाख फ्रांसीसी नागरिक इजराइल में रहते हैं।
नॉर्थ कोरिया ने अमेरिकी हमले की निंदा की
नॉर्थ कोरियाई विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा- अमेरिका और इजराइल जानबूझकर मिडिल-ईस्ट में तनाव भड़का रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गंभीर स्थिति को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मंत्रालय ने मांग करते हुए कहा कि अमेरिका और इजराइल की इस सैन्य आक्रामकता की कड़ी निंदा की जानी चाहिए और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर लिखा-अगर मौजूदा ईरानी सरकार 'ईरान को फिर से महान' नहीं बना सकती, तो सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए? मेक ईरान ग्रेट अगेन।
अब्बास आज करेंगे पुतिन से मुलाकात
अमेरिका की एयरस्ट्राइक के बाद ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची सोमवार को रूसी राष्ट्र्पति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस दौरान अराघची पुतिन को इजरायल के साथ चल रही जंग को लेकर अपडेट देंगे। माना जा रहा है वो रूस से युद्ध में मदद भी मांग सकते हैं।