युद्ध का 8वां दिन: ईरान के खोंडब-अराक 'परमाणु रिएक्टर' पर अटैक, इजराइल के बीर्शेबा में मिसाइल धमाका
Israel-Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध का शुक्रवार (20 जून) को 8वां दिन है। अब तक की लड़ाई में इजराइल के 24 लोगों की मौत हुई है। 600 से ज्यादा घायल हैं। ईरान में 639 की मौत हो चुकी है। 1329 घायल हैं। पल-पल का अपडेट जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।
Israel-Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध का शुक्रवार (20 जून) को 8वां दिन है। दोनों देश एक-दूसरे पर ताबड़तोड़ ड्रोन-मिसाइलों से 'प्रहार' कर रहे हैं। धमाके हो रहे हैं। हर तरफ आग और धुआं। मौत और खौफ का मंजर है। लोग देश छोड़कर भागने को मजबूर हैं। इजराइल ने गुरुवार (19 जून) की रात ईरान के खोंडब, अराक न्यूक्लियर रिएक्टर पर अटैक किया। इजराइली फाइटर जेट्स ने ईरान की राजधानी तेहरान पर भी एयर स्ट्राइक की। ईरान ने पलटवार किया। इजराइल के बीर्शेबा शहर पर मिसाइलें दागीं। सोरोका हॉस्पिटल पर मिसाइल गिरने से अफरा-तफरी मच गई। अब तक की लड़ाई में इजराइल के 24 लोगों की मौत हुई है। 600 से ज्यादा घायल हैं। ईरान में 639 की मौत हो चुकी है। 1329 घायल हैं। पल-पल का अपडेट जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।
ईरान से 600 भारतीय छात्र आएंगे भारत
इजराइल-ईरान जंग के बीच भारतीय छात्रों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने की कवायद तेज हो गई है। गुरुवार को ईरान के कोम से 600 भारतीय छात्रों को मशहद में सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। 500 कश्मीरी छात्र हैं। मशहद ईरान का सीमावर्ती शहर है। यह भारतीय छात्रों का दूसरा समूह है। मशहद से छात्रों को तुर्कमेनिस्तान ले जाया जाएगा। यहां से शुक्रवार को दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे।
ट्रम्प ने दो हफ्तों में लेंगे फैसला
ईरान और इजरायल के बीच चल रहा युद्ध भयानक मोड़ पर है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वे दो हफ्तों में फैसला लेंगे कि अमेरिका, इजराइल और ईरान संघर्ष में शामिल होगा या नहीं। इससे पहले माना जा रहा था कि अमेरिका इस हफ्ते तक ईरान के साथ संघर्ष में शामिल हो जाएगा। लेकिन ट्रम्प के बयान से जाहिर है कि इजराइल को लड़ाई अकेली ही लड़नी होगी।
जानिए कैसे शुरू हुई जंग
बता दें कि इजरायली सेना ने शुक्रवार (13 जून) को सुबह सबसे पहले ईरान पर पहला अटैक किया। हमले को Operation Rising Lion नाम दिया। इजरायल ने 200 फाइटर जेट से ईरान के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। इजराइल ने परमाणु और कई मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाया था। हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी अली शामखानी और आईआरजीसी की एयरफोर्स के कमांडर आमिर अली हाजीजादेह सहित 14 वैज्ञानिक और 20 से ज्यादा मिलिट्री कमांडर मारे गए।
अब तक कहां, कितनी मौतें
ईरान ने शनिवार (14 जून) को पलटवार किया। ईरान ने जवाबी हमले को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया। ईरान ने सैकड़ों मिसाइलें दागीं। ईरानी हमलों को देखते हुए इजराइली राष्ट्रपति को सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट किया गया। ईरान ने इजराइल के तीन F-35 फाइजर जेट गिराने का दावा किया। ईरानी हमले में इजरायल में 24 लोगों की मौत। वहीं इजराइल के हमलों में अब तक ईरान में कम से कम 639 लोगों की मौत हो चुकी है। 1,329 लोग घायल हुए हैं। यह जानकारी अमेरिका के वॉशिंगटन में स्थित 'ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स' नाम के ग्रुप ने दी है।
रूस और चीन ने एक बार फिर इजरायल से तुरंत युद्ध रोकने की चेतावनी दी है। दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर साफ कर दिया है कि अगर इजरायल ने हमले जारी रखे तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
विदेश मंत्री बोले-इजराइली हमले रुके तभी बातचीत करेंगे
जेनेवा में यूरोपीय विदेश मंत्रियों के साथ परमाणु मुद्दे पर बातचीत से ठीक पहले ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने कहा है कि जब तक इजराइली हमले जारी रहेंगे, ईरान किसी से भी बातचीत के लिए तैयार नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया ने तेहरान में बंद किया दूतावास
ऑस्ट्रेलिया ने ईरान की राजधानी तेहरान में स्थित अपना दूतावास बंद कर दिया है। अपने सभी अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने बताया कि फैसला आसान नहीं था, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए जरूरी था। उन्होंने कहा कि दूतावास का काम फिलहाल के लिए रोक दिया गया है और सभी अधिकारी व उनके परिवार ईरान से बाहर निकल चुके हैं।
ईरान बना सकता है परमाणु बम
अमेरिका व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को कहा कि अगर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई आदेश दे दें तो ईरान कुछ ही हफ्तों में परमाणु बम बना सकता है। लेविट ने कहा कि ईरान के पास परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी हर चीज मौजूद है। अब बस उन्हें अपने नेता के हां कहने भर की देर है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ईरान ऐसा करता है, तो इससे सिर्फ इजराइल नहीं, बल्कि अमेरिका और पूरी दुनिया की सुरक्षा को खतरा होगा।
बाजार 3 फीसदी तक टूटे
ईरान-इजराइल युद्ध के बीच दुनिया के बाजार 3 फीसदी तक टूटे हैं। अमेरिका, यूरोप, चीन और हॉन्ग कॉन्ग के बाजार 1-3% तक गिर चुके हैं। भारतीय बाजार लगभग स्थिर रहे।
जंग रोकने की कोशिश में आज होगी बैठक
ईरान शुक्रवार को स्विट्जरलैंड के शहर जिनेवा में यूरोपीय नेताओं के साथ एक अहम बैठक कर रहा है। इस बातचीत का मकसद इजराइल के साथ जारी तनाव को खत्म करने का कोई शांतिपूर्ण समाधान खोजना है। बैठक में ईरान के साथ 3 यूरोपीय देशों के विदेश मंत्री हिस्सा लेंगे।