Sanchar Saathi App: सरकार ने हर फोन में 'संचार साथी' ऐप किया अनिवार्य! प्राइवेसी को लेकर सियासी घमासान तेज

केंद्र सरकार ने संचार साथी ऐप अब हर मोबाइल में अनिवार्य कर दिया है। जिसको लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। विपक्ष इसे निजता के अधिकार का उल्लंघन बता रही है।

Updated On 2025-12-02 11:31:00 IST

सरकार ने हर फोन में 'संचार साथी' ऐप किया अनिवार्य! प्राइवेसी को लेकर सियासी घमासान तेज। 

Sanchar Saathi App Row: केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत में बिकने वाले सभी स्मार्टफोन में ‘संचार साथी’ ऐप को अनिवार्य कर दिया है। सिर्फ नए फोन ही नहीं, बल्कि जो फोन पहले से इस्तेमाल में हैं, उन पर भी कंपनियों को सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए यह ऐप इंस्टॉल करना होगा। सरकार के अनुसार, निर्माता कंपनियां सामान्य तौर पर नए फोन पर कई ऐप पहले से इंस्टॉल कर देती हैं। अब उन्हें संचार साथी ऐप को भी फोन में शामिल करना अनिवार्य होगा। इस आदेश का पालन कंपनियों को अगले 90 दिनों के भीतर करना होगा और 120 दिनों के भीतर अनुपालन रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी।

सरकार का कहना है कि यह कदम नकली या गैर-ऑथेंटिक फोन खरीदने से नागरिकों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। इसके लिए फोन कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि ऐप को पहली सेटअप स्क्रीन पर साफ़-साफ़ दिखाना होगा और उपयोगकर्ता इसे हटाने या बंद करने में सक्षम नहीं होंगे।

विपक्ष ने जताई कड़ी आपत्ति

इस फैसले पर कांग्रेस ने तुरंत विरोध जताया। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि यह निजता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “‘बिग ब्रदर’ हम पर नजर नहीं रख सकता। दूरसंचार विभाग का यह निर्देश असंवैधानिक है। निजता का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 21 में निहित जीवन और स्वतंत्रता का अहम हिस्सा है।”

वेणुगोपाल ने आगे कहा कि पहले से मौजूद सरकारी ऐप, जिसे हटाया नहीं जा सकता, हर नागरिक की गतिविधियों और बातचीत पर निगरानी का साधन बन सकता है। उनका आरोप है कि यह कदम नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर लगातार हमलों की लंबी शृंखला का हिस्सा है। उन्होंने सरकार से इस निर्देश को तुरंत वापस लेने की मांग की।

संचार साथी ऐप क्या है?

‘संचार साथी ऐप’ को मूल रूप से खोए हुए मोबाइल फोन की शिकायत दर्ज करने और उन्हें ब्लॉक करने के लिए बनाया गया है। इसके अलावा, यह ऐप उपयोगकर्ताओं को कई महत्वपूर्ण सुविधाएँ प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, इसमें संदिग्ध या खतरनाक वेब लिंक की रिपोर्ट करने की सुविधा है, जिससे साइबर खतरों से बचाव किया जा सकता है। इसके साथ ही, उपयोगकर्ता यह भी जांच सकते हैं कि उनके नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शन सक्रिय हैं, और बैंकों व अन्य वित्तीय संस्थानों के ट्रस्टेड कॉन्टैक्ट नंबरों की पुष्टि कर सकते हैं।

सरकार का कहना है कि संचार साथी ऐप साइबर सुरक्षा और मोबाइल फोन की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने में मदद करता है, जिससे नागरिक सुरक्षित और भरोसेमंद डिजिटल अनुभव का लाभ उठा सकें।

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