सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस: केंद्र सरकार के जीएसटी सुधारों को बताया आर्थिक क्रांति
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 22 सितंबर से लागू होने वाले नए जीएसटी सुधार आर्थिक क्रांति साबित होंगे। अब सिर्फ दो टैक्स स्लैब – 5% और 18% रहेंगे।
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जीएसटी में हुए बड़े बदलावों और 22 सितंबर से लागू होने वाले नए टैक्स स्लैब और उनके फायदों पर जोर दिया गया। इस दौरान उन्होंने कहा "वन नेशन, टू टैक्स स्लैब" एक आर्थिक क्रांति के रूप में देखा जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि यह परिवर्तन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिया गया एक बड़ा फैसला है। यह दीपावली से पहले प्रदेशवासियों और पूरे देश के लिए एक बड़ा तोहफा भी है।
जीएसटी में ऐतिहासिक बदलाव: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 22 सितंबर से जीएसटी की पुरानी चार स्लैब (5%, 12%, 18%, और 28%) की जगह अब केवल दो स्लैब - 5% और 18% - रहेंगी। इस बड़े बदलाव का सीधा असर रोजमर्रा की उन वस्तुओं पर पड़ेगा जो पहले 12% या 28% के दायरे में आती थीं। उन्होंने कहा कि इससे आम आदमी की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे खपत में भी वृद्धि होगी। यह निर्णय आम जनता को बड़ी राहत देगा और अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करेगा।
किसानों, स्वास्थ्य और उद्योग को मिलेगी बड़ी राहत
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा नए जीएसटी रिफॉर्म में विभिन्न क्षेत्रों को विशेष छूट दी गई है। किसानों के लिए खेती से जुड़ी तमाम चीजों पर टैक्स को 5% कर दिया गया है। इससे किसानों को भरपूर लाभ मिलेगा और उनकी क्रय शक्ति में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी व्यक्तिगत बीमा और जरूरी चीजों पर कर में कटौती की गई है, जिससे आम नागरिक के लिए स्वास्थ्य सेवाएं अधिक किफायती होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिपरमेंट की खेती और चमड़ा उद्योग को भी नए स्लैब से मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, रेडी मेड गारमेंट पर भी टैक्स में कटौती की गई है, जिससे इस उद्योग को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने कहा डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट (ODOP) से छोटे कारीगरों और उद्यमियों को भी बड़ी राहत मिलेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
लग्जरी वस्तुओं पर बढ़ेगा टैक्स
जहां एक ओर आम जरूरतों की वस्तुओं पर जीएसटी कम किया गया है, वहीं तंबाकू, पान मसाला और कसीनो जैसी लग्जरी और हानिकारक वस्तुओं पर 40% तक टैक्स लगाया गया है। इसके साथ ही, गाड़ियों और बाकी लग्जरी वस्तुओं पर जीएसटी स्लैब 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है, जिससे इन क्षेत्रों में भी मांग बढ़ेगी।
यूपी बना ग्रोथ इंजन और देश की जीडीपी में उछाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले यूपी को स्टेट जीएसटी से 49,000 करोड़ रुपये मिलते थे, जो अब बढ़कर 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है और यह देश के ग्रोथ इंजन के रूप में उभरा है।
उन्होंने बताया कि देश में जीएसटी रजिस्ट्रेशन की संख्या 2017 से पहले के 65 लाख से बढ़कर आज 1 करोड़ 51 लाख हो गई है। इसका सीधा असर देश की जीडीपी में उछाल के रूप में देखा गया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी से मिला राजस्व जनहित के विकास कार्यों में खर्च किया जा रहा है, जैसे कि हाइवे का विस्तार, एयरपोर्ट की संख्या में वृद्धि और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का क्रियान्वयन।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि आज यूपी में 6 शहरों में मेट्रो का संचालन हो रहा है, 16 एयरपोर्ट संचालित हैं और देश के 60% एक्सप्रेसवे यूपी में हैं। यह सब दर्शाता है कि सुगम कर व्यवस्था से व्यापार और विकास दोनों को गति मिली है
भविष्य मे रोजगार और आर्थिक सुरक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नया टैक्स रिफॉर्म जनता का जीवन आसान बनाएगा, जिससे व्यापार भी आसान होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जीएसटी में रजिस्टर कराने वाले व्यापारियों को 10 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा दिया जाएगा। इस कदम से छोटे व्यापारियों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी और वे बिना किसी डर के अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि "वन नेशन, वन टैक्स" की अवधारणा के तहत जीएसटी ने आजादी के बाद से देश में एक बेहतरीन आर्थिक मॉडल पेश किया है। यह नया कदम इस मॉडल को और मजबूत करेगा और लोगों को सीधा लाभ पहुंचाएगा।