सूर्यवंश की राजधानी में सौर क्रांति: अयोध्या मंडल बना 'सोलर सिटी', पीएम सूर्य घर योजना से लाखों घरों में आई बिजली की बचत

अयोध्या मंडल में 'पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना' से सौर ऊर्जा क्रांति आ गई है। अब तक 16,000 से अधिक कनेक्शन स्थापित हो चुके हैं, जिसमें बाराबंकी शीर्ष पर है।

Updated On 2025-12-05 11:13:00 IST

इस वर्ष अयोध्या मंडल के 33,269 लोगों ने पंजीकरण कराया है और 16 हज़ार से अधिक कनेक्शन स्थापित किए जा चुके हैं।

अयोध्या : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, सूर्यवंश की नगरी अयोध्या अब एक चमकती हुई 'सोलर सिटी' के रूप में उभर रही है। केंद्र सरकार की पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना और राज्य सरकार की पहलों के कारण अयोध्या मंडल में सौर ऊर्जा के प्रति लोगों का उत्साह अभूतपूर्व है।

इस वर्ष अब तक मंडल के लगभग 33,269 लोगों ने पंजीकरण कराया है और 16 हज़ार से अधिक कनेक्शन स्थापित किए जा चुके हैं। बाराबंकी पंजीकरण में शीर्ष पर रहा है, जबकि अयोध्या दूसरे स्थान पर है।

सरकार का यह प्रयास न केवल बिजली की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है, बल्कि अयोध्या की आध्यात्मिक गरिमा के अनुरूप इसे पर्यावरण-अनुकूल पहचान भी दे रहा है, जिससे मंडल पूर्ण रूप से 'सौर ऊर्जा मंडल' बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

अयोध्या मंडल में पंजीकरण और स्थापना की स्थिति

अयोध्या मंडल में सौर ऊर्जा कनेक्शन लेने वालों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है। मंडल के लगभग 33,269 लोगों ने पंजीकरण कराया है और 16 हज़ार से अधिक कनेक्शन स्थापित किए जा चुके हैं। पंजीकरण और कनेक्शन स्थापित करने के मामले में बाराबंकी जिला मंडल में शीर्ष पर रहा है।

भगवान राम की नगरी अयोध्या दूसरे स्थान पर है, जहा पंजीकरण की संख्या 7808 तक पहुच गई है और 3475 कनेक्शन लगाए जा चुके हैं। मंडल के अन्य जिलों जैसे अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर और अमेठी में भी यह योजना तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है। 

अयोध्या को 'सोलर सिटी' बनाने का संकल्प

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को एक आदर्श सोलर सिटी बनाने का जो संकल्प लिया था, वह अब साकार हो रहा है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, यूपीनेडा ने अयोध्या में 40 मेगावाट क्षमता का एक विशाल सोलर प्लांट स्थापित किया है। इसके अतिरिक्त, सरकार घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रही है।

इस योजना की जानकारी हर घर तक पहुँचाने के लिए 'सोलर सखी' के माध्यम से डोर-टू-डोर अभियान भी चलाया जा रहा है। सरकार का यह प्रयास सुनिश्चित करेगा कि अयोध्या की बिजली आपूर्ति आत्मनिर्भर बने और यह नगरी पर्यावरण के अनुकूल अपनी पहचान बनाए रखे।

पीएम सूर्य घर योजना के तहत बड़ी सब्सिडी

पीएम सूर्य घर योजना के तहत, उपभोक्ताओं को सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना पर भारी अनुदान  दी जा रही है। एक किलोवॉट का संयंत्र लगाने पर केंद्र सरकार 30,000 और राज्य सरकार 15,000 का अनुदान देती है, जिससे कुल सब्सिडी 45,000 हो जाती है। इसी तरह, तीन किलोवॉट तक के संयंत्र पर 1,08,000 का बड़ा कुल अनुदान प्रदान किया जाता है।

यह अनुदान सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में जमा किया जाता है। इसके साथ ही, नेट मीटरिंग की सुविधा से अतिरिक्त बिजली ग्रिड को बेचकर उपभोक्ता अपने बिजली बिल को शून्य या बेहद कम कर सकते हैं, जिससे उनकी निवेश की गई लागत औसतन 3 से 4 वर्षों में वापस आ जाती है।

लाभार्थी अनुभव - 'बिजली का बिल शून्य या बहुत कम'

इस योजना का लाभ उठाने वाले अयोध्या मंडल के निवासी बेहद खुश हैं और अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। निराला नगर निवासी सेवानिवृत्त कृपा शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि तीन किलोवॉट का पैनल लगवाने के बाद उनका बिजली का बिल बेहद कम आ रहा है, और उन्हें केंद्र तथा राज्य की दोनों सब्सिडी समय पर मिल चुकी हैं।

रायबरेली रोड के कृष्ण कुमार ने भी तीन किलोवॉट का पैनल लगवाया है और इसके सफल परिणाम देखकर वे एक और कनेक्शन लेने पर विचार कर रहे हैं। लाभार्थियों के ये अनुभव दर्शाते हैं कि यह योजना न केवल पर्यावरण के लिए अच्छी है, बल्कि उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से भी सशक्त बना रही है।


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