UP News: यूपी में बिजली विभाग का 'मिशन त्योहार', अब 1 महीने नहीं होगी कटौती!
UP News: उत्तर प्रदेश में त्योहारों के दौरान बिजली नहीं जाएगी! बिजली विभाग का 'मिशन त्योहार' अभियान 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा, जानें पूरी योजना।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश मे आगामी त्योहारों के मौसम में उपभोक्ताओं को बिना समस्या के बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बिजली विभाग ने एक बड़ा फैसला लिया है। 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक एक विशेष अभियान चलाया गया है, जिसके तहत बिजली की लाइनों और ट्रांसफॉर्मरों से जुड़ी सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य त्योहारों के दौरान लोगों को बिजली कटौती, लो-वोल्टेज और ट्रिपिंग जैसी परेशानियों से बचाना है।
क्यों शुरू हुआ यह अभियान?
त्योहारों के दिनों में बिजली की मांग काफी बढ़ जाती है, जिससे अक्सर ट्रांसफॉर्मरों पर दबाव पड़ता है और लाइनों में खराबी आ जाती है। इस वजह से उपभोक्ताओं को बिजली कटौती और वोल्टेज की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बिजली विभाग ने यह कदम उठाया है। इस अभियान के तहत पहले से ही सभी जरूरी मरम्मत और सुधार कार्य किए जाएंगे, ताकि त्योहार के समय लोगों को बिना किसी रुकावट के बिजली मिल सके।
अभियान के तहत किए जाने वाले कार्य
पेड़ों की छंटाई: बिजली के तारों के पास लगे पेड़ों की टहनियों को काटा जाएगा। इससे तेज हवा या बारिश के दौरान तारों के टूटने का खतरा कम हो जाएगा।
तारों की मरम्मत: ढीले तारों को कसने और जंपरिंग का काम किया जाएगा ताकि स्पार्किंग और तार टूटने की समस्या को खत्म किया जा सके।
ट्रांसफॉर्मर लोड बैलेंसिंग: कई ट्रांसफॉर्मरों पर लोड बहुत ज्यादा होता है, जिससे वे अक्सर ट्रिप कर जाते हैं। अन्य जगहों पर स्थापित ट्रांसफॉर्मरों का लोड बैलेंस किया जाएगा। इससे ट्रांसफॉर्मरों पर दबाव कम होगा और वे बेहतर तरीके से काम करेंगे।
अन्य मरम्मत कार्य: उपकेंद्र स्विचयार्ड में भी जंपरिंग और टाइटनिंग का काम किया जाएगा ताकि पूरे क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से चलती रहे।
उपभोक्ताओं को लाभ?
- त्योहारों के दौरान बिजली कटौती नहीं होगी, जिससे सभी धार्मिक अनुष्ठान और घरेलू काम बिना किसी रुकावट के पूरे होंगे।
- लो-वोल्टेज की समस्या दूर होने से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सुरक्षित रहेंगे और सही ढंग से काम करेंगे।
- ढीले तारों और पेड़ों की टहनियों के कारण होने वाले हादसों का खतरा कम हो जाएगा, जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
सोर्स: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो