अयोध्या में आस्था का महासंगम: रामलला के दर्शन के साथ 14 कोसी परिक्रमा 29 को और पंचकोसी परिक्रमा 31 अक्टूबर से शुरू

इस महोत्सव में लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है।

Updated On 2025-10-26 12:24:00 IST

यह परिक्रमा अक्षय नवमी की तिथि से शुरू होती है और मोक्षदायिनी मानी जाती है।

आयोध्या : राम नगरी अयोध्या एक बार फिर आस्था के विराट महासंगम की साक्षी बनने जा रही है। रामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के बाद, कार्तिक मास के इस पावन अवसर पर, 14 कोसी और पंचकोसी परिक्रमा का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष परिक्रमा के दौरान राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन का अतिरिक्त पुण्य भी भक्तों को प्राप्त होगा।

इस ऐतिहासिक अवसर पर लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना है, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। जिलाधिकारी और एसएसपी के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई है, और कड़ी सुरक्षा के बीच परिक्रमा सुनिश्चित की जाएगी। मुख्य सड़कों पर यातायात डायवर्जन लागू करने की तैयारी है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और परिक्रमार्थियों को सुगम रास्ता मिल सके।

तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेष ध्यान

लाखों की संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य और नगर निगम की टीमें सक्रिय हो गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने परिक्रमा मार्गों और महत्वपूर्ण स्थानों पर 50 बेड आरक्षित किए हैं, साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस की तैनाती की जाएगी।

यह व्यवस्था परिक्रमार्थियों को प्राथमिक चिकित्सा और तत्काल स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने के लिए की गई है। इसके अलावा, अयोध्या नगर निगम द्वारा पूरे 14 कोसी और पंचकोसी परिक्रमा क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। शाम के समय नियमित रूप से फागिंग कराई जा रही है और नालियों में एंटीलार्वा, चूना तथा फिनाइल का छिड़काव किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को मच्छरों और मौसमी बीमारियों से बचाना है।

परिक्रमा का कार्यक्रम और धार्मिक महत्व

यह परिक्रमा अक्षय नवमी की तिथि से शुरू होती है और मोक्षदायिनी मानी जाती है। 14 कोसी परिक्रमा, जो लगभग 42 किलोमीटर की दूरी तय करती है, 29 अक्टूबर, बुधवार, की देर रात 4:51 बजे शुरू होगी और इसका समापन 30 अक्टूबर, गुरुवार, की रात 4:40 बजे तक होगा।

इसके बाद, पंचकोसी परिक्रमा, जो लगभग 15 किलोमीटर की होती है, 31 अक्टूबर, शुक्रवार, की देर रात 4:04 बजे (1 नवंबर की भोर में) शुरू होगी और इसका समापन 1 नवंबर, शनिवार, की रात 2:57 बजे तक होगा। यह परिक्रमा अयोध्या धाम के हृदय क्षेत्र की यात्रा है, जिसे मोक्षदायिनी माना जाता है। इन परिक्रमाओं के माध्यम से श्रद्धालु प्रभु श्रीराम से संबंधित सभी महत्वपूर्ण स्थलों के दर्शन और वंदना करते हुए पुण्य अर्जित करते हैं।

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